पंजाब में अमृतसर हमले के बाद नागरिकों के जहन से आतंक का खौफ अभी भी बरकरार है। भारत के केद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उग्र तत्व पंजाब में दोबारा आतंकी हमले की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह तत्व अमेरिका और यूरोप के है और पाकिस्तान द्वारा समर्थित है।
राजनाथ सिंह डायरेक्टर जनरल और इंस्पेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस के 53 वें सालाना राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हालिया पंजाब में हमला “पाकिस्तान के आतंकी तत्व और आश्रित सिख चरमपंथी दोबारा पंजाब की घटना कको दोहराने की योजना बना रहे हैं।”
तीन दिवसीय सालाना सम्मेलन
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि विदेशों में स्थिति उग्र तत्वों को समर्थन मिलना जारी है। इस तीन दिवसीय सम्मेलन के उद्धघाटन दिवस पर जम्मू कश्मीर के हालात, उत्तर पूर्व में विद्रोह, वामपंथी चरमपंथ और पुलिस के मसलों पर चर्चा हुई थी।
In Punjab, recent terror incidents and related interdictions indicate concerted efforts on part of Pak-establishment and Sikh extremist elements based in Pakistan to revive terrorism in Punjab with active support of radical entities based abroad, especially Europe & America.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 20, 2018
कानून प्रवर्तन विभाग की आतंक विरोधी अभियान की सफलता के बाबत राजनाथ सिंह ने कहा कि इस साल 125 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि पिछले साल 117 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था।
आईएनए की तारीफ़
राष्ट्रीय जांच एजेंसी का आतंकी विरोधी कार्य पर सिंह ने कहा कि 45 एनआईए की अदालत देश में स्थापित की गयी है। उन्होंने कहा कि एजेंसी ने दिसम्बर 2017 से 183 केस पंजीकृत किये गए हैं, 135 केसों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की गयी है, 37 केसों पर ट्रायल जारी है और 35 पर सुन्वायो हो चुकी है।
इस सम्मेलन में मीडिया मौजूद नहीं था, इसलिए राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर जानकारी दी थी। राजनाथ सिंह ने कहा उत्तर पूर्व में पिछले कीच वर्षों से सुधार जारी है, 17 प्रतिशत हिंसक घटनाओं में कमी हुई है। राजनाथ सिंह ने इस सम्मेलन के दौरान आल इंडिया स्पोर्ट कंट्रोल बोर्ड की एप को लांच भी किया था।
इस समारोह में राजनाथ सिंह के आलावा गृह राज्य मंत्री किरण रजिजू और हंसराज राहिर भी मौजूद थे। ख़बरों के मुताबिक प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की शनिवार और रविवार को इस समारोह में इपस्थिति की उम्मीद हैं। बीते चार वर्षों से यह सम्मान दिल्ली के बाहर आयोजित किया जा रहा है। इस बार यह आयोजन गुजरात में किया गया है।