भारत में क्यू स्पोर्ट्स के चेहरे पंकज आडवाणी ने वर्षों से इस खेल को लोकप्रिय बनाने के लिए कई सुझाव दिए हैं, लेकिन वे बिलियडर्स एंड स्नूकर फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएसएफआई) के साथ पक्ष लेने में विफल रहे। परिणामस्वरूप, आडवाणी ने अब चीजों को अपने हाथों में लेने का फैसला किया है।
33 वर्षीय ने राष्ट्रीय निकाय में उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जिसके लिए 23 मार्च को चुनाव होने हैं। आडवाणी ने गुरुवार को टीओआई से कहा, ” मैं खिलाड़ियों और प्रशासकों के बीच संचार की खाई को कम करना चाहता हूं।”
उन्होंने अपने गृह राज्य निकाय, कर्नाटक राज्य बिलियर्ड्स एसोसिएशन के मानद संयुक्त सचिव पद के लिए पिछले अगस्त में चुनाव लड़ा था और जीता भी था। 21 वर्षीय खिलाड़ी जो बिलियडर्स और स्नूकर दोनो में विश्व चैंपियन रह चुका है ने कहा, ” मैं उन बाधाओं को समझना चाहता हूं जो हमारे प्रशासकों को उन चीजों की योजना बनाने और उन्हें लागू करने से रोकती हैं जो इस शानदार खेल के बढ़ने के लिए अच्छे हैं और कुछ चीजों को समझ चुके हैं।”
आडवाणी ने हालांकि आगे कहा अगर वह राष्ट्रीय निकाय में जीत भी जाते है तो वह खेलना जारी रखेंगे। उन्होने कहा, ” मैं अभी 33 साल का हूं और आगे अपना खेल जारी रखना चाहूंगा। या तो, मैं निर्वाचित होने पर दैनिक दिनचर्या या बीएसएफआई में अन्य कागजी कार्यों में शामिल नहीं होऊंगा। मैं सलाहकार के काम के साथ-साथ अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करता रहना चाहूंगा। हालांकि, आडवाणी ने अभी तक राज्य संघों के साथ प्रचार शुरू नहीं किया है। राष्ट्रीय निकाय के चुनाव में आडवाणी के अलावा आलोक कुमार और देवेंद्र जोशी जैसे टॉप खिलाड़ी भी भाग ले रहे है।
आडवाणी का कहना है कि उन्हें क्यू स्पोर्ट्स को संघर्ष करते हुए देखना है उन्हे अच्छा नही लगता है, जबकि बैडमिंटन, शतरंज और टेबल टेनिस जैसे अन्य विषयों ने दिग्गजों को आगे बढ़ाया है। आडवाणी ने महसूस किया, “हम उपमहाद्वीप के लोग एक अधीर व्यक्ति हैं। हमें त्वरित परिणाम चाहिए, बहुत शोर करना चाहिए और एक जीवंत वातावरण का आनंद लेना चाहिए। हमें इन तत्वों को लाने की जरूरत है।
https://www.youtube.com/watch?v=2WH2e3ad-bY