नॉटिंघम, 12 जून (आईएएनएस)| आईसीसी विश्व कप-2019 में गुरुवार को दो ऐसी टीमों का मुकाबला होगा जो इस विश्व कप में अभी तक अपराजित हैं। भारत और न्यूजीलैंड ने अभी तक इस विश्व कप में जितने भी मैच खेले हैं, सभी में जीत हासिल की है। अगर, बारिश ने खलल नहीं डाला तो ट्रेंट ब्रिज मैदान पर होने वाले इस मैच में किसी एक टीम का विजयी क्रम टूटना तय है।
जीते के सिलसिले में एक बड़ा फर्क है। भारतीय टीम ने मजबूत टीमों को शिकस्त दी है जबकि न्यूजीलैंड की जीत अपेक्षाकृत कमजोर टीमों के खिलाफ आई है। ऐसे में न्यूजीलैंड के सामने भारत के रूप में पहली बड़ी चुनौती होगी।
बारिश के कारण अभी तक इस विश्व कप में तीन मैच रद्द हो चुके हैं।
न्यूजीलैंड ने तीन मैच खेले हैं और तीनों में जीत हासिल की है। भारत ने दो मैचों खेले हैं और दोनों में उसे जीत मिली है।
भारत ने अपने पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका को मात दी थी और दूसरे मैच में मौजूदा विजेता आस्ट्रेलिया को हराया था।
अभ्यास मैच में भारत का सामना न्यूजीलैंड से हो चुका है और वहां उसे हार मिली थी। अभ्यास मैच में कीवी टीम के सामने भारत की बल्लेबाजी ढह गई थी। इस मैच में भारतीय टीम अपनी उस हार को ध्यान में रखकर सतर्क रहते हुए उतरेगी।
भारत का सतर्क रहना जरूरी भी है क्योंकि इस मैच में उसके प्रमुख बल्लेबाजों में से एक शिखर धवन नहीं होंगे। धवन अंगूठे में चोट के कारण बाहर हो गए हैं। यह चोट उन्हें आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में लगी थी। उस मैच में धवन ने 117 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी।
धवन जैसी फॉर्म में चल रहे बल्लेबाज का बाहर होना भारत के लिए परेशानी है। धवन की जगह न्यूजीलैंड के खिलाफ लोकेश राहुल, रोहित शर्मा के साथ बतौर सलामी जोड़ी मैदान पर कदम रखेंगे। राहुल पिछले दो मैचों में नंबर-4 पर खेले थे। अब कप्तान विराट कोहली नंबर-4 पर किसे उतारते हैं यह मैच के दिन ही पता चलेगा। धवन के जाने के बाद हरफनमौला खिलाड़ी विजय शंकर और अनुभवी दिनेश कार्तिक के रूप में कोहली के पास विकल्प है। शंकर को चयनकर्ताओं ने मुख्यत: नंबर-4 के लिए ही चुना था, लेकिन कार्तिक का अनुभवी होना शंकर पर भारी पड़ सकता है।
धवन के जाने से कोहली और रोहित पर जिम्मेदारी बढ़ गई है।
गेंदबाजी में कोई बदलाव हो इसकी संभावना न के बराबर है। भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह ने नई गेंद से बेहतरीन शुरुआत दी थी और रनगति को रोके रखा था। वहीं कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल ने भी मध्य क्रम में अपनी जिम्मेदारी को निभाकर आस्ट्रेलिया को जीत से महरूम रखा था।
अगर न्यूजीलैंड की बात की जाए तो अभी तक जो तीन मैच उसने खेले हैं वो श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान की टीम से हुए हैं। भारत के रूप में उसके सामने अभी तक की इस टूर्नामेंट की सबसे बड़ी चुनौती है।
टीम एक बार फिर उम्मीद करेगी कि ट्रेंट बोल्ट, मैट हेनरी, लॉकी फग्र्यूसन की गेंदें भारतीय बल्लेबाजों के विकेट जल्दी ले सकें। न्यूजीलैंड का सबसे ज्यादा ध्यान धवन के जाने से कमजोर हुए शीर्ष क्रम को जल्दी से जल्दी पवेलियन भेजने पर होगा।
बल्लेबाजी में भी न्यूजीलैंड के लिए परेशानी कम नहीं है। रॉस टेलर जरूर फॉर्म में आ चुके हैं और मार्टिन गुप्टिल तथा कप्तान केन विलियम्सन के तौर पर उसके पास विश्व स्तरीय बल्लेबाज जरूर हैं लेकिन सामने विश्व स्तरीय गेंदबाजी भी है जो किसी भी बल्लेबाजी आक्रमण को ध्वस्त कर सकती है।
दोनों टीमों को हालांकि एक चीज ध्यान में रखनी होगी। वो है मौसम। गुरुवार को अच्छे मौसम की भविष्यवाणी नहीं की गई है और ऐसी बहुत संभावना है कि मैच में बारिश दखल दे।
ट्रेंट ब्रिज की पिच आसान है लेकिन अगर मौसम करवट लेता है तो तेज गेंदबाज प्रभावी हो सकते हैं।
टीमें :
न्यूजीलैंड : केन विलियम्सन (कप्तान), टॉम ब्लंडल, ट्रेंट बोल्ट, कोलिन डी ग्रांडहोम, लॉकी फग्र्यूसन, मार्टिन गुप्टिल, टॉम लाथम, कोलिन मनुरो, जिम्मी नीशाम, हेनरी निकोलस, मिशेल सैंटनर, ईश सोढी, टिम साउदी, रॉस टेलर।
भारत : विराट कोहली (कप्तान), जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, केदार जाधव, दिनेश कार्तिक, भुवनेश्वर कुमार, हार्दिक पांड्या, लोकेश राहुल, मोहम्मद शमी, विजय शंकर, रोहित शर्मा, कुलदीप यादव।