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    नरेंन्द्र मोदी

    हाल ही में नोटबंदी पर आरबीआई ने अपनी रिपोर्ट जारी की थी, जिसके बाद विपक्ष ने इसे सबसे बड़ा घोटाला बताया था। इसपर अब आरएसएस ने मोदी का पक्ष लेते हुए कहा है कि लम्बे दौर में यह सहायक होगा।

    जाहिर है पिछले साल आठ नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का फैसला किया था। इस फैसले से 500 और 1000 के नोटों को तुरंत बंद करने को कहा गया था। मोदी का मानना था कि इस कदम से देश में मौजूद काला धन समाप्त हो जाएगा। इसके करीबन 10 महीने बाद भारतीय रिज़र्व बैंक ने एक रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि लगभग 99 प्रतिशत नोट वापस आ गए हैं।

    आरबीआई के इस खुलासे के बाद से ही लोगों ने मोदी सरकार पर तंज कसने शुरू कर दिए हैं। लोगों ने कहा कि नोटबंदी का फैसला मोदी सरकार के लिए सबसे बुरा फैसला माना है। कांग्रेस ने इसे देश का सबसे बड़ा घोटाला बताया है।

    इस फैसले का हालाँकि आरएसएस ने समर्थन किया। संघ के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने कहा, ‘पहले देश मानो सदमे में था, लेकिन लोग अब इससे बाहर आ रहे हैं और ये महसूस कर रहे हैं कि नोटबंदी का फैसला देश के लिए लंबे समय में लाभदायक साबित होगा।’

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।