कर्नाटक दौरे के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी और आरएसएस पर जमकर हमला बोला है। चार दिवसीय दौरे के दौरान पेशेवरों और व्यवसायियों के साथ बातचीत करते हुए राहुल ने मंगलवार को दावा किया कि नोटबंदी करना न तो वित्त मंत्री अरूण जेटली की कोशिश थी और न ही रिजर्व बैंक की कोशिश। नोटबंदी करने का विचार तो आरएसएस का था।
राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस देश के सभी सरकारी विभागों में घुसपैठ करने की कोशिशों में लगा हुआ है। राहुल ने बोला कि नोटबंदी का विचार मोदी के मन में आरएसएस ने डाला और पीएम ने इसे लागू कर दिया।
आगे कहा कि भाजपा भारत में सभी संस्थानों को पकड़ने की कोशिश कर रही है और आरएसएस अपने लोगों को हर संस्था में लाने की कोशिश कर रहा है।
बीजेपी और आरएसएस पर सरकारी संस्थाओं मे कब्जा करने की कोशिशों को लेकर राहुल ने बयान दिया। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की निंदा करते हुए राहुल ने कहा कि आरएसएस ने देश के जवानों का अपमान किया है, इसके लिए उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। राहुल ने कहा कि अधिकतर मंत्रियों के ओएसडी आरएसएस के ही है।
यहां तक कि नीती आयोग में भी आरएसएस के आदमी लगाए गए है। यह एक बहुत खतरनाक प्रवृत्ति है। सरकारी संस्थान आम लोगों के लिए है न कि राजनीतिक दलो के लोगों के लिए। हम प्रशासन में लोगों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए इन संस्थानों को लोकतांत्रिक बनाना चाहते है।
जीएसटी को लेकर राहुल ने कहा कि अगर 2019 मे कांग्रेस सत्ता में आती है तो वे जीएसटी में टैक्स स्लैब को सरल करने के लिए उसे अधिक सरल करेंगे। कांग्रेस ने जीएसटी की अवधारणा का उद्देश्य उसे सरल करके रखा था लेकिन बीजेपी ने इसे काफी जटिल कर दिया है।