विषय-सूचि
नैनो प्रौद्योगिकी की परिभाषा (nanotechnology definition in hindi)
नैनो प्रौद्योगिकी विज्ञान और प्रद्योगिकी का वह भाग है जिसमें परमाणु (molecular) और आणविक (atomic) पैमाने पर वस्तुओं के अणुओं में बदलाव किये जाते हैं।
इन प्रयोगों में अणुओं का आकर 1 नैनोमीटर से 10 नैनोमीटर के बीच होता है। एक नैनोपार्टिकल का आकर इंसानी बाल के जड़ के आठ सौवें भाग के बराबर होता है।
नैनो प्रौद्योगिकी के कार्य (working of nanotechnology in hindi)
विज्ञान के कई भाग जैसे भौतिकी विज्ञान, रसायन विज्ञान,जीव विज्ञान आदि में नैनोटेक्नोलाजी के ऊपर जोर-शोर से 60 के दशक के दौरान से शोध कार्य चालू है। इस प्रकार से इसकी कई शाखाएं उभर कर आयीं हैं जैसे ननोयोनिक्स, ननोएलेक्ट्रॉनिक्स, नैनोफोटोनिक्स,नैनोमेकेनिक्स इत्यादि।
नैनो- विज्ञान और नैनोटेक्नोलाजी में आप किसी वस्तु के विशिष्ट परमाणु और आणविक भाग को देख सकते हैं और उसमें अदला-बदली कर सकते हैं।
यह विषय कई चीजों के समाधान में जैसे कि वातावरण कि सफाई में, ऊर्जा की मात्रा को संरक्षित करने में, हमारे स्वास्थ्य को सुधारने आदि में सक्षम है। यह कम कीमत में कई वस्तुओं की विनिर्माण लागत बढ़ा सकने में सक्षम है। आने वाले दिनों में इस तकनिकी के वजह से वस्तुएं आकर में सस्ती, छोटी और हल्की हो जाएँगी।
नैनोटेक्नोलाजी की महत्वता पर बात करते हुए सन्न 1999 में नोबेल पुरस्कार विजेता रिचर्ड स्माल्लेय ने कहा था, “माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक, चिकित्सीय इमेजिंग, कंप्यूटर विज्ञान, पॉलीमर विज्ञान इत्यादि क्षेत्रों में नैनोविज्ञान की वजह से कई महत्वपूर्ण बदलाव होंगे।”
नैनोटेक्नोलाजी का उपयोग (application of nanotechnology in hindi)
विभिन्न क्षेत्रों के हिसाब से नैनोटेक्नोलाजी के उपयोग कुछ इस प्रकार हैं:
मेडिकल में नैनो प्रौद्योगिकी (nanotechnology in medicine in hindi)
आजकल शोधकर्ता अणु के आकार के ऐसे नैनो पार्टिकल को विकसित करने में लगे हुए हैं जो शरीर के बीमारी से ग्रस्त कोशिकाओं तक दवाई पहुँचाने का काम करेगा।
इस तरीका के कारण दवाइयों के दुष्प्रभाओं से बचा जा सकेगा। कैंसर की बीमारी के दौरान कीमोथेरपी से स्वस्थ कोशिकाओं पर जो बुरा असर पड़ता है, उनसे भी बचा जा सकेगा।
कृषि में नैनो प्रौद्योगिकी (nanotechnology in agriculture in hindi)
कृषि के क्षेत्र में नैनो प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल काफी समय से हो रहा है। दरअसल इस क्षेत्र में फसल को बेहतर तरीके से उगाने और कीट से बचाने के लिए नैनो प्रौद्योगिकी का प्रयोग किया जा रहा है।
भारत में कई राज्यों में अनाज की फसल को बेहतर तरीके से उगाने के लिए नैनो प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
खाद्य पदार्थ में नैनो प्रौद्योगिकी (nanotechnology in food in hindi)
खाद्य पदार्थों को कैसे उगाना है, उनको पैक कैसे करना है – खाद्यों के बहुत सारे पहलुओं में नैनोटेक्नोलाजी की महत्वपूर्ण भूमिका है। कंपनियां ऐसे नैनो वस्तु विकसित कर रहे हैं जो खाने के स्वाद, उसकी सुरक्षा और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं का ध्यान रखेंगे।
इलेक्ट्रॉनिक्स में नैनो प्रौद्योगिकी (nanotechnology in electronics in hindi)
इस क्षेत्र में इस बात पर शोध चालू है कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का भार और कम बिजली लागत में उपकरण की क्षमता किस प्रकार बढ़ाया जाये।
ईंधन और सौर बैटरी में (nanotechnology in solar power in hindi)
बैटरियों में उपयोग होने वाले उत्प्रेतक जैसे कि मेथनॉल आदि का खर्चा कम करने के लिए ऑक्सीजन जैसे गैसों से हाइड्रोजन आयन अलग करते वक्त प्रतिक्रिया में दक्षता लाने के लिए नैनोटेक्नोलाजी का उपयोग हो रहा है।
आजकल नैनो तकनिकी से चलने वाले कई सौर बैटरियों का अविष्कार हो चुका है जो सस्ती होती है और अच्छे से काम करती हैं। आज बैटरियों को जल्दी चार्ज करने के लिए नैनो तकनिकी का इस्तेमाल हो रहा है।
अंतरिक्ष में नैनो प्रौद्योगिकी (nanotechnology in space in hindi)
नैनो तकनिकी की वजह से अंतरिक्ष यान अब पहले से ज्यादा हलके होते हैं। अभी अंतराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में नैनो वस्तुओं के मदद से केबल लिफ्ट लगाने के कार्य पर शोध चालू है। इस तकनिकी के कारण अंतरिक्ष यान के ईंधन बहुत सस्ते हो गए हैं।
हवा की बेहतर गुणवत्ता (nanotechnology in air purifying)
औद्योगिक कारखाना या गाड़ियों से निकलती हुई जहरीली धुओं को नैनोटेक्नोलाजी के द्वारा हानिरहित गैसों में बदला जा सकता है। यह वायु प्रदुषण को कम करने का एक बेहतर विकल्प है।
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Kya nanotechnology se kisi bimari ka ilaaz bhi possible h ?
haan
kyaa nanotechnology ke koi side effect hote hain?
hnn
Nano prodhigi ke dwara hamaare shareer ki bhot choti or grast koshikaaon Tak bhi kaise dawai pahuchai ja sakti hai?
Nenotechnology ke concepts or techniq