Fri. May 17th, 2024
दिग्विजय सिंह और वरुण गाँधी

कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने रोहिंग्या मुसलमानों के मसले पर सरकार से अलग राय रखने वाले भाजपा सांसद वरुण गाँधी का समर्थन किया है। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि वरुण गाँधी नेहरू-गाँधी परिवार के वंशज हैं और वैसी ही विचारधारा रखते हैं। इसी वजह से वह भाजपा में फिट नहीं बैठते हैं। बता दें कि सुल्तानपुर से लोकसभा सांसद वरुण गाँधी द्वारा लिखित एक लेख एक दैनिक हिंदी समाचार पत्र में प्रकाशित हुआ था जिसमें उन्होंने रोहिंग्या मुसलमानों के मसले पर केंद्र सरकार से अलग राय रखते हुए उन्हें भारत में रहने देने की इजाजत देने की वकालत की थी। इस मसले पर उन्होंने मोदी सरकार को अतिथि देवो भवः की भारतीय परंपरा की याद दिलाई थी। उन्होंने लिखा था कि भारत सरकार को रोहिंग्या मुसलमानों की मदद करनी चाहिए।

यह लिखा था वरुण गाँधी के लेख में

भाजपा सांसद वरुण गाँधी ने मंगलवार को एक हिंदी समाचार पत्र में प्रकाशित लेख में लिखा था कि भारत को आतिथ्य सत्कार की अपनी परंपरा का निर्वाहन करना चाहिए और म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों को शरण देनी चाहिए। हालाँकि उन्होंने यह भी कहा था कि रोहिंग्या मुसलमानों को शरण देने से पूर्व भारत सरकार को वैध सुरक्षा चिंताओं का भी आंकलन करना चाहिए। वरुण गाँधी ने लिखा था कि भारत को शांतिपूर्ण तरीकों से अपनी शक्ति का इस्तेमाल कर रोहिंग्याओं की स्वेच्छा से घर वापसी में मदद करनी चाहिए। म्यांमार में हालात सामान्य होने तक भारत को अपनी आतिथ्य सत्कार की परंपरा का निर्वाहन करना चाहिए और रोहिंग्याओं को शरण देना जारी रखना चाहिए।

हंसराज अहीर ने जताई थी नाराजगी

वरुण गाँधी के इस लेख पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने नाराजगी जताई थी। रोहिंग्या मुसलमानों पर वरुण गाँधी के नजरिये की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा था कि जो लोग राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हो वो ऐसे बयान नहीं देते हैं। उन्होंने इसे वरुण गाँधी की निजी राय बताते हुए कहा था कि साक्ष्यों से यह साबित हो चुका है कि रोहिंग्या मुसलमान देश की सुरक्षा के लिए खतरा हैं। इसके बावजूद भी अगर कोई इस तरह के बयान देता है तो इसका मतलब यह है कि वह देश हित में नहीं सोच रहा।

सुल्तानपुर से लोकसभा सांसद वरुण गाँधी देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के बेटे संजय गाँधी के पुत्र हैं। उनकी माँ मेनका गाँधी भाजपा की वरिष्ठ नेता हैं और पीलीभीत से लोकसभा सांसद हैं। वह मोदी मन्त्रिमण्डल का भी हिस्सा हैं और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का कार्यभार संभाले हुए हैं। वरुण गाँधी पर कई बार भड़काऊ भाषण देने का आरोप लग चुका है और उनकी छवि भी कट्टर हिंदूवादी नेता की रही है। ऐसे में उनका रोहिंग्या मुसलमानों को भारत में शरण देने की वकालत करना सबकी समझ से परे है। मुमकिन है आगामी चुनावों के मद्देनजर वरुण गाँधी का ह्रदय परिवर्तन हो गया हो।

By हिमांशु पांडेय

हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।