भारत में 8 नवम्बर को विमुद्रीकरण के बाद जारी किये गए 200, 500 और 2000 के नए नोटों पर नेपाल सरकार ने प्रतिबन्ध लगा दिया है। नेपाल में इससे पूर्व भारतीय मुद्रा का धड़ल्ले से इस्तेमाल होता रहा है। इस प्रतिबन्ध से भारतीय पर्यटक प्रभावित होंगे। भारतीय मुद्रा को नेपाली जनता बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करती है।
नेपाल सरकार ने अपने नागरिकों को 100 रूपए से ऊपर की मुद्रा का इस्तेमाल नहीं करने को कहा है। नेपाल के सूचना मंत्री गोकुल प्रसाद ने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि, विमुद्रीकरण के बाद लाये गए 200, 500 और 2000 के नोटों को चलन में न रखा जाए। उन्होंने कहा कि इस मसले पर सरकार जल्द ही एक औपचारिक ऐलान कर देगी। उन्होंने कहा कि नेपाल साल 2020 ‘विजिट ईयर नेपाल’ के मनाने की तैयारी में जुटा है।
नेपाली कर्मचारी और भारतीय पर्यटक होंगे प्रभावित
नेपाली सरकार के इस निर्णय से भारत के कार्यरत नेपाली लोग और भारतीय पर्यटक प्रभावित होंगे। भारत नेपाल का सबसे बड़ा व्यापार सहयोगी है और नेपाल में अधिकतर उत्पादों का निर्यात भारत करता है।
भारत सरकार ने नवम्बर में नोटबंदी के बाद पुराने 500 और 1000 के नोटों को बदलकर, नए 200, 500 और 2000 के नोटों को चलन में लायी थी। इस निर्णय से भूटान और नेपाल की जनता प्रभावित हुई थी, जहां भारतीय मुद्रा का व्यापक स्तर पर इस्तेमाल होता है।
इस साल के शुरुआत में नेपाल के प्रधानमन्त्री के पी शर्मा ओली ने कहा कि विमुद्रीकरण ने नेपाली जनता को आहत किया है और वह इस मसले को भारतीय नेताओं के समक्ष उठाएंगे। नेपाल में लोग नोटबंदी के दो वर्ष बाद भी भारत की नई मुद्रा का इस्तेमाल कर रहे हैं।