नेपाल (Nepal) की पुलिस ने बताया कि “मंगलवार सुबह से समस्त नेपाल में 28 स्थानों पर संदिग्ध पैकेज मिले हैं। सभी संदिग्ध पैकेजो में बम नहीं था और कुछ को जनता में भी का माहौल बनाने के लिए रखा गया था।
नेपाल की पुलिस के प्रवक्ता बिशोरज पोखरेल ने बताया कि “सुबह से समूचे राष्ट्र में 28 स्थानों पर संदिग्ध पैकेट मिले हैं। उनमे से सभी बम नहीं थे। कुछ पैकेज को भय का माहौल बनाने के लिए रखा गया था। कम से कम दो संदिग्ध पैकेज काठमांडू घाटी के कीर्तिपुर और जवालाखेल में मिले थे लेकिन यह सिर्फ अफवाह थी।”
काठमांडू ने एक माह पूर्व निरंतर तीन बार हमले किये गए थे और इसमें चार लोगो की मौत हुई थी और नौ से अधिक लोग घायल हुए थे। पुलिस को यकीन है कि 26 मई को विस्फोट के पीछे अलगावादी समूह नेपाल के माओवादी दल का हाथ है।
मार्च में इस समूह की हिंसक और जबरन वसूली की गतिविधियों के कारण नेपाली सरकार ने इसे प्रतिबंधित कर दिया था और इसके बाद यह समूह खतरनाक हो गया है। मार्च में इस समूह ने नाखु में स्थित एक निजी टेलीकॉम कंपनी एन्सेल को निशाना बनाया था और इसमें एक नागरिक की मौत हो गयी थी।
नेपाल की राजधानी काठमांडू में सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद नेपाल की राजधानी की सड़के वीरान पड़ी हुई है। 26 मई को धमाकों के बाद पूर्व माओवादी समूह ने एक दिन की हड़ताल करने की मांग की थी। सड़कों पर जनता की आवाजाही, गाड़ियों की संख्या आम तौर से काफी कम रही और कुछ स्कूलों और दफ्तर को बंद रखा गया था।