Wed. Nov 6th, 2024

    नेपाल ने भारत से एक आश्वासन मांगा कि यदि एक और बार विमुद्रीकरण होता है, तो हिमालयी राष्ट्र में प्रचलन में भारतीय मुद्रा को एक्सचेंजों से रोका नहीं जाएगा।

    यह हालिया रिपोर्टों से एक महत्वपूर्ण आशंका उपजी है कि भारत 2000 रुपये के नए नोट छापना बंद कर देगा। नेपाल ने दिसंबर 2018 में नए भारतीय 200 रुपये, 500 रुपये और 2,000 रुपये के नोटों का इस्तेमाल बंद कर दिया था।
    नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने गुरुवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात के दौरान यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा कि हम भारतीय बैंकों से कह रहे हैं कि भविष्य में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। हम भारतीय पक्ष से आश्वासन चाहते हैं।
    2016 में घोषित नोट बंदी से नेपाल को संकट का सामना करना पड़ा, क्योंकि उसकी बैंकिंग प्रणाली में पुरानी भारतीय मुद्रा में 7 करोड़ और व्यक्तिगत कब्जे में एक बेहिसाब राशि का आदान-प्रदान होना अभी बाकी है।

    ग्यावाली ने इस्लामाबाद द्वारा आयोजित होने वाले सार्क सम्मेलन को दोबारा शुरू करने की बात को भी रखा था, जो 2016 में उरी आतंकी हमलों के बाद भारत ने
    इस सम्मेलन का बहिष्कार किया था। जिसके बाद  से समारोह आयोजित नही हो सका था।
    नेपाल सार्क का वर्तमान अध्यक्ष है और क्षेत्रीय वार्ता की वकालत करता रहा है।

    नेपाल के विदेश मंत्री ने कहा कि कई समस्याओं के कारण शिखर सम्मेलन स्थगित कर दिया गया था। लेकिन एक साथ बैठने और मतभेदों को कम करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। अब हम जिन समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उन्हें अकेले संबोधित नहीं किया जा सकता है। आतंकवाद से अकेले नहीं लड़ा जा सकता है।
    प्रदीप ग्यावली ने कहा कि गरीबी से निबटा नहीं जा सकता। उन्होंने उत्तर कोरिया तक अमेरिका की पहुंच का हवाला दिया। हमें व्यापक क्षेत्रीय सहयोग की आवश्यकता है। हम सभी सदस्यों से एक साथ बैठकर बातचित करने का अनुरोध कर रहे हैं
    नेपाल ने भारत से एक आश्वासन मांगा कि यदि एक और बार विमुद्रीकरण होता है, तो हिमालयी राष्ट्र में प्रचलन में भारतीय मुद्रा को एक्सचेंजों से रोका नहीं जाएगा।

    यह हालिया रिपोर्टों से एक महत्वपूर्ण आशंका उपजी है कि भारत 2000 रुपये के नए नोट छापना बंद कर देगा। नेपाल ने दिसंबर 2018 में नए भारतीय 200 रुपये, 500 रुपये और 2,000 रुपये के नोटों का इस्तेमाल बंद कर दिया था।
    नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने गुरुवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात के दौरान यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा कि हम भारतीय बैंकों से कह रहे हैं कि भविष्य में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। हम भारतीय पक्ष से आश्वासन चाहते हैं।
    2016 में घोषित नोट बंदी से नेपाल को संकट का सामना करना पड़ा, क्योंकि उसकी बैंकिंग प्रणाली में पुरानी भारतीय मुद्रा में 7 करोड़ और व्यक्तिगत कब्जे में एक बेहिसाब राशि का आदान-प्रदान होना अभी बाकी है।

    ग्यावाली ने इस्लामाबाद द्वारा आयोजित होने वाले सार्क सम्मेलन को दोबारा शुरू करने की बात को भी रखा था, जो 2016 में उरी आतंकी हमलों के बाद भारत ने
    इस सम्मेलन का बहिष्कार किया था। जिसके बाद से समारोह आयोजित नही हो सका था।
    नेपाल सार्क का वर्तमान अध्यक्ष है और क्षेत्रीय वार्ता की वकालत करता रहा है।

    नेपाल के विदेश मंत्री ने कहा कि कई समस्याओं के कारण शिखर सम्मेलन स्थगित कर दिया गया था। लेकिन एक साथ बैठने और मतभेदों को कम करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। अब हम जिन समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उन्हें अकेले संबोधित नहीं किया जा सकता है। आतंकवाद से अकेले नहीं लड़ा जा सकता है।
    प्रदीप ग्यावली ने कहा कि गरीबी से निबटा नहीं जा सकता। उन्होंने उत्तर कोरिया तक अमेरिका की पहुंच का हवाला दिया। हमें व्यापक क्षेत्रीय सहयोग की आवश्यकता है। हम सभी सदस्यों से एक साथ बैठकर बातचित करने का अनुरोध कर रहे हैं। अगर ट्रम्प और किम मतभेदों को सुलझाने के लिए सिंगापुर में एक साथ बैठ सकते हैं, तो हम क्यों नहीं?

    नेपाल के सेना प्रमुख जनरल पूर्ण चंद्र थापा को शनिवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा ‘भारतीय सेना के जनरल’ के मानद रैंक से सम्मानित किया जाएगा।
    अगर ट्रम्प और किम मतभेदों को सुलझाने के लिए सिंगापुर में एक साथ बैठ सकते हैं, तो हम क्यों नहीं?

    नेपाल के सेना प्रमुख जनरल पूर्ण चंद्र थापा को शनिवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा ‘भारतीय सेना के जनरल’ के मानद रैंक से सम्मानित किया जाएगा।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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