Wed. Nov 20th, 2024
    नेपाल में पर्वतरोही

    माउंट एवेरेस्ट पर विघातक मौसम में भीड़ के दबाव के कारण नेपाल विश्व से सर्वोच्च छोटी पर पंहुच के नियमों को मज़बूत करने पर विचार कर रहा है। इस हफ्ते पर्वतरोहण के मौसम के दौरान 11 लोगो की मौत हो गयी थी और इन हत्याओं के लिए अत्यधिक भीड़भाड़ को कोसा गया था, खबरों के मुताबिक, सबसे बड़ा हत्यारा था।

    चिली के पर्वतरोही जुआन पाब्लो मोहर ने काठमांडू से लौटते वक्त कहा कि “जो लोग चढ़ाई के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं, कभी पर्वत पर नहीं गए हैं वो यहां आते हैं और एवेरेस्ट पर चढ़ने की कोशिश करते हैं। कई लोगो को मालूम ही नहीं होता कि कुंडा का इस्तेमाल कैसे करना है या रस्सी का उपयोग क्या है। यह पूरी तरह से शेरपा या नेपाली गाइड की मदद पर आश्रित होते हैं।”

    सालो तक काठमांडू उन सभी को अनुमति पत्र मुहैया कर देता था जो 11000 डॉलर चुकाने के इच्छुक होते थे बगैर यह जाने कि वह अनुभवहीन या जानकार पर्वतरोही है। लेकिन विध्वंशक वसंत के मौसम के बाद वह अन्य पाबंदिया थोपने पर विचार कर रहे हैं।

    नेपाल के पर्यटन मंत्रालय के सचिव मोहन कृष्णा सापकोटा ने कहा कि “न्यूनतम पर्वतरोहियों की भर्ती की तरफ देख रहे हैं, अधिक रस्सियों को लगाने या अधिक ऑक्सीजन और शेरपा लेने के बाबत विचार कर रहे हैं।” प्रति वर्ष सरकार सख्त क़दमों को उठाने के संकेत देती है लेकिन उन्हें वसंत में लागू करने में विफल हो जाती हैं।”

    हिमेक्स कंपनी के मालिक रुसेल ब्रिके ने कहा कि “मंत्रालय अत्यधिक भीड़ के लिए इंकार करती, भारी मात्रा में अनुमति पत्र जारी करते हैं , लेकिन लोग क्या कर रहे हैं या चेक नहीं करते हैं। यह सिर्फ बेतुके शब्द है। वह इसके लिए दिलचस्प नहीं है। साल 2014 में काठमांडू ने कहा था कि वह रस्सियों को दोगुनी मात्रा में लगा देंगे लेकिन यह कभी नहीं हुआ।”

    सरकार ने यह भी कहा था कि “वह मदद के लिए एवेरेस्ट बेस कैंप में सैनिको और पुलिस की तैनाती करेगी। लेकिन 2015 में कोई भी ऐसी तैनाती नहीं थी। तिब्बत की तरह नेपाल की तरफ से कोई सीमा नहीं है।”

    बीते एक दशक से पर्वतरोहियों को एवेरेस्ट तक गाइड करने वाले फुरबा तेनजिंग शेरपा ने कहा कि “जिन पर्वतरोहियों की मृत्यु हुई है उनमे से एक को भी चढ़ाई करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए थे। लेकिन 50 की उम्र की एक महिला सुनने को तैयार नहीं थी क्योंकि उसने फीस दी थी और वह इसे देखना चाहती थी।”

    उन्होंने कहा कि “एवेरेस्ट पर ऐसे पर्वतरोहियों को भरमार बढ़ती का रही है। वे हमें मज़बूर करते हैं कि वह किसी भी हाल में चढ़ाई करना चाहते हैं। उनकी हट पर्वत पर लोगो की जान ले रही है।” नेपाल की पर्वतरोही एसोसिएशन ने सरकार को सख्त नियम बनाने का प्रस्ताव पेश किया है।

    इस एसोसिएशन के अध्यक्ष सांता बीर लामा ने एएफपी से कहा कि “अनुभवहीन पर्वतरोहियों के अधिक संख्या में होने के कारण इस साल मृतकों की संख्या में इजाफा हुआ है। पर्वतरोहियों को आत्मनिर्भर होना चाहिए, यह बेहतर होगा अगर अनुमति देने के लिए एक मानदंड तय कर दिया जाए।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *