नीरव मोदी द्वारा किए गए स्कैम जिसमें पीएनबी को 14,000 का घाटा उठाना पड़ा था, उसे पीछे छोडते हुए पीएनबी ने इस वित्तीय वर्ष मुनाफा दर्ज़ कराने की ओर बढ़ रही है।
पीएनबी के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील मेहता ने बताया कि जनवरी में नीरव मोदी के द्वारा किया गया फ्रॉड सामने आने के बाद पीएनबी द्वारा काफी प्रयास के बाद स्थिति को सुलझाया जा सकता है। इस दौरान बैंक पर काफी दबाव बना रहा। जिसके चलते बैंक की साख दांव पर लगी थी।
मेहता के अनुसार पीएनबी के लिए बीटा कुछ वक़्त उतार चढ़ाव भरा रहा है, लेकिन अब हमें उम्मीद है कि हम इन सब को पीछे छोडते हुए मुनाफे की ओर बढ़ेंगे। इसी के साथ उन्होने बताया की 30 अक्टूबर की आम बैठक के बाद हम बैंक की बेहतरी के लिए कई कदम उठाएंगे।
इसी के साथ ही पीएनबी अभी सार्वजनिक क्षेत्रों की बैंकिंग सिस्टम से 8,247 करोड़ रुपये का फंड एकत्रित करने की योजना बना रहा है।
उन्होने बताया की बैंक सारी बातों को पीछे छोडते हुए अब आगे बढ़ रही है। इसके पहले पीएनबी ने जून की तिमाही में 940 करोड़ का घाटा दिखाया था। वहीं पिछले साल इसी तिमाही में पीएनबी को करीब 343 करोड़ का मुनाफा हुआ था।
इसी के साथ अभी कुछ दिन पहले ही पीएनबी ने सरकार से करीब 5,431 करोड़ का फंड लिया था। अभी कुछ दिन पहले ही पीएनबी चेयरमैन ने केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए 5 करोड़ रुपये दान किए थे।