इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रमंडल और एशियन गेम्स के चैंपियन नीरज चोपड़ा कोहनी में खिंचाव के कारण 21 अप्रैल से दोहा में शुरु होने वाले एथलेटिक्स चैंपियनशिप से बाहर हो गए है
भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा इस इवेंट के गत चैंपियन रह चुके है और पिछले साल भुवनेश्वर में हुए इस इवेंट के संस्करण में उन्होने स्वर्ण पदक जीता था। उन्हे एशियन एथलेटिक्स में भारत की ओर से मेडल लाने का प्रबल दावेदार माना जा रहा था।
नीरज चोपड़ा के डिप्टी कोच राधाकृष्णन नायर ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ” यह कोई गंभीर मुद्दा नही है और नीरज एक हफ्ते में मैदान पर लौट सकत है। हम उसे विश्व चैंपियनशिप के लिए संरक्षित कर रहे हैं। उन्होंने कल (शुक्रवार) हमें सूचित किया कि वह 100 प्रतिशत फिट महसूस नहीं कर रहे हैं इसलिए हमने उन्हें प्रतियोगिता के लिए नहीं भेजने का फैसला किया है। हमें कोई जोखिम नही उठाना चाहते है।”
2016 में जूनियर विश्व रिकॉर्ड बनाने के बाद, चोपड़ा का पिछला साल बेहद शानदार रहा और उन्होने राष्ट्रमंडल और एशियन गेम्स दोनो में स्वर्ण पदक जीता।
वह अपने प्रभावित करने वाले थ्रो से ओलंपिक मेडल के लिए भी भारत से एक प्रबल दावेदार माने जाते है और उन्होने पिछले साल दो बार अपना खुद का राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा है। पिछली बार 88.06 मीटर का भाला फेंकने से उन्हे एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीता था।
उन्हें पटियाला में 15-18 फेडरेशन कप नेशनल चैंपियनशिप से छूट दी गई थी, जो दोहा (19-24 अप्रैल) में एशियाई चैंपियनशिप के लिए चयन परीक्षण के रूप में कार्य किया था। चोपड़ा दक्षिण अफ्रीका के पोटशेफ्टरूम में यूवे होन के साथ प्रशिक्षण ले रहे थे।
भारत को पुरुषों की 400 मीटर बाधा दौड़ में राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक धारुन अय्यासामी और एशियाई खेलों में 800 मीटर में स्वर्ण पदक विजेता मंजीत सिंह को चोटों के कारण एशियाई चैंपियनशिप से चूकना पड़ेगा, जबकि अनुभवी सुधा सिंह (महिला 3000 खिलाड़ी) शनिवार को होने वाले ट्रायल में असफल रहीं। टाइफाइड से ठीक होने वाले स्टीपलचेसर सुंधा सिंह ने भी कथित तौर से ट्रायल में भाग नही लिया।
एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने शनिवार को कहा की चयनकर्ता कमेटी सोमवार को निर्णय लेगी की कौन टीम में रहेगा और कौन नही जिसमें शनिवार ट्रायल वाले खिलाड़ी भी शामिल होंगे।