बिहार में अपराधिक मामलो को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पुलिस के जवानो से लेकर अधिकारीयों को अब आधुनिक हथियार दिए जा रहे है। सभी सुविधाएं दी जा रही है इसलिए आपसे उपल्ब्धि की उम्मीद की जाती है।
बिहार के मुख्यमंत्री को जब भी समय मिलता है तो आला अधिकारीयों के साथ दो टूक शब्दों में बात कर लेते है। मंगलवार को भी एक बैठक में नीतीश ने अधिकारियों से कहा कि बिहार कि सबसे बुरी पहचान क़ानूनी राज हो गया है। उन्होंने अदिकारियों से कहा कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो मैं कोई समझौता नहीं करूँगा। बिहार में बढ़ते अपराधिक मामले व भ्रस्टाचार को लेकर मुख्यमंत्री ने अफसरों को हिदायद दी। उन्होंने अपराध के विषय में कहते हुए इसपर अंकुश लगाने कि सलाह भी दी है।
नीतीश कुमार ने बैठक के दौरान कहा कि अपने राज्य को एक अपराधिक नजरिये से देखा जाता है और यह हमारे लिए बहुत ही शर्म की बात है कि हमारी पहचान बिगड़ती कानून व्यवस्था से की जा रही है।
उन्होंने बैठक में ऑफिसरों को एक बात याद दिलाई कि अंग्रेजी हुकुमत के समय हमारे पास पुरानी बन्दुक और धक्का देकर स्टार्ट होने वाली जीप थी। लेकिन आज ऐसा नहीं है वर्तमान में हमारे पास आधुनिक हथियार है। आज एक छोटे जवान से लेकर अधिकारीयों के पास अच्छे हथियार है इसलिए आपलोगो से एक उपलब्धि झलकती है। इसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोगो को जो करना है वह आपलोग कीजिए हमे जो करना है करेंगे।
शराबबंदी को लेकर नीतीश ने अपने विचार पेश करते हुए बोले, मैं हमेशा से कहते आ रहा हूँ कि अगर कोई भी बढ़िया काम सरकार लेकर आती है तो कुछ ऐसे तत्व होते है जिनकी मानसिकता केवल उस कार्य में बाधा बनना होता है।
शराब को लेकर नीतीश ने एक घोषणा की, उन्होंने कहा शराबबंदी पर नियंत्रण के लिए राज्य में आईजी पद के एक ऑफिसर को नियुक्त किया जायेगा। जो केवल शराब से सम्बंधित किसी अपराध पर अंकुश लगाएगा। यह फैसला नीतीश ने तब लिया जब उन्हें पता चला कि शराबबंदी के बावजूद भी बिहार में शराब बिकना बंद नहीं हुआ है। तो उन्होंने लोगो के खातिर यह फैसला लिया नीतीश ने अधिकारीयों से कहा कि आप लोग अगर सख्ती नहीं बरतेंगे तो शराबबंदी मुमकिन नहीं।