नीति आयोग की छठी गवर्निंग काउंसिल की बैठक आज हुई। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अध्यक्षता की। यहां उन्होंने देश में प्राइवेट सेक्टर को बढ़ावा देने की बात कही। साथ ही बजट की भी खूब तारीफ करी। यहां उन्होंने केंद्र सरकार के द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं से देश की आम जनता को हुए फायदे के बारे में भी बताया। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत अभियान की तारीफ करते हुए कहा कि इस अभियान के द्वारा एक ऐसे भारत का निर्माण होगा जो अपने साथ-साथ विश्व की जरूरतों के लिए भी उत्पादन करने में सक्षम हो। वही यह उत्पादन क्वालिटी में भी खरा होगा। इसके साथ ही उन्होंने उद्योगों के क्षेत्र में क्रांति की बात कही।
उन्होंने कहा कि यदि हमें आत्मनिर्भर भारत बनाना है तो इसके लिए प्राइवेट सेक्टर का साथ देना होगा। इससे केंद्र और राज्यों को मिलकर काम करना होगा, ताकि देश की प्रगति हो सके। यदि निजी क्षेत्र प्रगति करता है तो उससे देश की आर्थिक स्थिति पर भी प्रभाव पड़ेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह सुझाव दिया कि कारोबार के लिए जो भी नियम पुराने हो चुके हैं उनको निरस्त किया जाए और व्यवस्था को अधिक उत्पादक और सुगम बनाया जाए ताकि इस क्षेत्र का भी बेहतर विकास हो सके। नीति आयोग की संचालन परिषद को प्रधानमंत्री ने संबोधित करते हुए कहा है कि निजी क्षेत्र को सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान में खूब बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए।
इस बार के बजट की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस तरह से इस बार के बजट का लोगों ने स्वागत किया है, वह इस बात की तरफ इशारा करता है कि देश अब तेजी से आगे बढ़ना चाहता है। सरकार अब इस तरह की पहलें लेकर आएगी जिससे देश के हर व्यक्ति को देश के विकास में सहयोग करने का अवसर मिल सके। देश में चल रहे कृषि आंदोलन के मुद्दे पर भी उन्होंने ध्यान दिया। उन्होंने कहा कि तिलहन के उत्पादन को बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा। भारत पर्याप्त तिलहन उत्पादन होने के बाद भी खाद्य तेल को आयात करता है। ऐसी कोशिश की जाएगी कि देश खाद्यान्न खाद्य तेल का आयात न करके देश के किसानों के द्वारा बने हुए तेल का उपयोग करें। ताकि देश की खाद्य तेल के लिए विदेशों पर निर्भरता कम हो और देश के किसानों का भी भला हो सके। लेकिन इसके लिए किसानों को सही दिशा देनी होगी।
प्रधानमंत्री ने एक महत्वपूर्ण बात यह कही कि देश अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे करने जा रहा है। ऐसे में नीति आयोग की गवर्निंग बॉडी की बैठक और महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्होंने राज्यों से आग्रह किया की आजादी के 75 वर्ष के लिए अपने-अपने राज्यों में सभी लोग जुड़ कर समितियों का निर्माण करें और देश के विकास में भागीदार बने। उन्होंने कोरोना के बाद देश की दुनिया भर में बनी सकारात्मक छवि की भी चर्चा की। साथ ही उन्होंने कहा कि प्राइवेट सेक्टर को तरक्की करने के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान में भागीदारी करनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि कृषि में निवेश को भी बढ़ाया जाना चाहिए।