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    शुक्रवार को नीति आयोग द्वारा पेश की गयी रिपोर्ट्स के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश, तमिल नाडू एवं केरला SDG इंडेक्स में शीर्ष ओहदे पर हैं जिसका मतलब है की इन राज्यों का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा है।

    क्या है नीति आयोग का एसडीजी इंडेक्स ?

    इसका पूरा नाम सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्सहै। यह एक ऐसा आंकडा है जो राज्यों में सामाजिक, आर्थिक एवं पर्यावरण के सन्दर्भ में हुए विकास को आंकता है। हाल ही की रिपोर्ट में हिमाचल प्रदेश, तमिल नाडू एवं केरला राज्यों का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा है।

    इस इंडेक्स ने यूनाइटेड नातिओंस द्वारा सुझाए गए 17 लक्ष्यों में से 13 को ही चुना एवं उन 13 लक्ष्यों के आधार पर ही इस रिपोर्ट को बनाया है। UN द्वारा सुझाए गए 4 लक्ष्य इसलिए छोड़े गए क्योंकि राज्य स्तर पर उनके बारे में पक्की जानकारी नहीं मिल पा रही थी।

    कैसे किया गया निर्णय ?

    इस इंडेक्स के तहत संयुक्त राष्ट्र द्वारा सुझाए गए 306 राष्ट्रीय संकेतकों में से 62 को प्रयोग करके सभी राज्यों पर वास्तविक समय में निगरानी की जायेगी। SDG जोकि इस बार सयुंक्त राष्ट्र(UN) द्वारा आयोजित किया गया था इसमें कुल 17 लक्ष्य, 169 टारगेट और 306 राष्ट्रीय संकेतक हैं। रिपोर्ट्स इन्हीं को ध्यान में एवं इनको आधार बना के बनायी जाती हैं।

    SDG के परिणाम :

    इस इंडेक्स के परिणामों की रिपोर्ट के अनुसार केरल का शीर्ष प्रदर्शन करने का श्रेय उसके सतत विकास के प्रयासों को जाता है जिनमे अच्छे स्वास्थ्य प्रदान करने, भूख को कम करने, लैंगिक समानता को प्राप्त करने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के प्रयास आदि शामिल हैं।

    इसके अलावा हिमाचल प्रदेश का परिणामों में शीर्ष पर रहने की मुख्या वजह उसके सतत विकास के प्रयास जैसे स्वच्छ पानी एवं स्वच्छता प्रदान करने, असमानताओं को कम करने एवं पर्वतीय इकोसिस्टम को बचाने के प्रयास शामिल हैं।

    सबसे खराब प्रदर्शन वाले राज्य :

    असम, बिहार एवं उत्तर प्रदेश 2018 के सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्य रहे है। ये सतत विकास को लेकर अभी पूरे जागृत नहीं है एवं इन्ही कारणों के चलते इन राज्यों में सतत विकास को ध्यान में रखते हुए काम नहीं हो रहा है। यह पहली एसडीजी रिपोर्ट यूनाइटेड नातिओंस की मदद से बनायी गयी है।

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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