सऊदी अरब में आयोजित निवेश सम्मेलन की ओपनिंग में क्राउन प्रिंस सलमान ने 50 बिलियन डॉलर के सौदे पर दस्तखत कर दिए हैं। सनद हो पश्चिमी देशों, नेताओं और निवेशक कंपनियों ने पत्रकार जमाल खाशोग्गी की हत्या के कारण इस सम्मेलन का बहिष्कार किया था।
सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री खालिद अल फलिह ने बताया कि विश्व का सबसे बड़ा तेल निर्यातक अभी आलोचनाओं के दौर से गुजर रहा है। बेहतर यही है कि आर्थिक विविधताओं की योजनाएँ को सफल बनाया जाए। उन्होंने कहा कि पत्रकार की हत्या के मुद्दे को इस राजतन्त्र में कोई समझा नहीं पायेगा।
निवेश सम्मलेन के शुरूआती सत्र में सऊदी अरब की बिज़नसवूमेन लुबना ओलायन ने कहा कि सऊदी के पत्रकार की हत्या के जवाब से विश्व में हलचल मच गयी और रियाध के पश्चिमी देशों के साथ सम्बन्ध तनावपूर्ण हो गए है। उन्होंने कहा कि यह स्वाभाविक है कि पत्रकार जमाल की हत्या की गूजों के बीच लोग किसी अन्य आयोजन पर ध्यान केन्द्रित कर पाएं।
सैकड़ों बैंककर्मी और कंपनियों के अधिकारी इस फ्यूचर निवेश सम्मलेन में शरीक हुए। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष दर्जनों उच्च स्तरीय वक्ताओं ने सम्मलेन का बहिष्कार किया है। सऊदी अरब के राजकुमार सलमान का मुखर आलोचक जमाल खाशोग्गी था। बीते 2 अक्टूबर को तुर्की के इस्ताबुल में स्थित सऊदी अरब के दूतावास में अपने निकाह से सम्बंधित दस्तावेज के लिए गया था।
सऊदी अरब के दूतावास में प्रवेश करने के बाद पत्रकार जमाल की हत्या कर दी गयी थी। रियाध ने मंगलवार को हत्या को कबूल करते हुए कहा कि दूतावास में लड़ाई के दौरान पत्रकार की मौत हो गयी थी। पत्रकार की हत्या की वजह से सऊदी से पश्चिमी देशों की नाराज़गी बढ़ सकती है। सऊदी अरब का दोपहर में स्टॉक इंडेक्स में 1.7 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
बहरहाल सऊदी अरब ने तेल और गैस उद्योग और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में 50 बिलियन डॉलर का के सौदे पर हस्ताक्षर किए हैं। फ्रांस के तेल और गैस उत्पादक कंपनी ने सऊदी अरब में खुदरा नेटवर्क बनाने का ऐलान किया है।
रूस ने सीधे निवेश फंड के लिए एक प्रतिनिधित्व समूह को रियाध भेजा है। किरिल्ल दुमितिर्व ने कहा कि सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था का विस्तार विश्व के लिए बेहद जरुरी है।
एशियाई फर्म के वरिष्ठ अधिकारी ने सऊदी के सम्मेलन से दूरी बना कर रखी है हालांकि जापान और चीन के निवेश से सऊदी अरब का तीन दिवसीय सम्मलेन सफल साबित होगा।