अमेरिका की कांग्रेस में पहली हिन्दू महिला तुलसी गब्बार्ड राष्ट्रपति चुनावो के लिए अपनी दावेदारी को पेश कर रही थी लेकिन उन्होंने निर्दलीय प्रतिद्वंद्वी के तौर पर चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर वह डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति नामांकन को जीतने में असफल होती है तो निर्दलीय सीट से चुनाव नही लड़ेंगी।
उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि मैं नहीं लड़ूंगी, मैं इस अफवाह को खारिज करती हूँ। मैं अपने अभियान को आगें बढ़ाने पर फोकस कर रही हूँ। मैं अमेरिका की जनता को संदेश देना जारी रखूंगी और उनका समर्थन करना जारी रखूंगी।
अमेरिका की कांग्रेस में पहली हिन्दू महिला तुलसी गबार्ड है। निर्दलीय चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है।” रिपोर्ट में कहा गया है कि गेबार्ड सितंबर में पहली दो बहस के बाद अगली डेमोक्रेटिक बहस के लिए क्वालीफाई करने में विफल रही थी। वह क्वालीफाई करने के लिए डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी के न्यूनतम मत हासिल नहीं कर सकी थी।
उन्होंने गुरुवार को दावा किया कि ”इस बारे में कोई स्पष्टीकरण या पारदर्शिता नहीं है कि कुछ विशेष मतदान क्वालीफाई करने के लिए क्यों जरूरी हैं जबकि अन्य बहुत विश्वसनीय मान्यता प्राप्त मत क्वालीफाई करने के लिए जरूरी नहीं हैं।”
अपने जीवन की शुरुआत में ही हिंदू धर्म को अपनाने वाली गेबार्ड भारतीय-अमेरिकियों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। इस वर्ष के शुरुआत में गब्बार्ड में अमेरिकी चुबाव में दावेदारी को पेश किया था।
तुलसी गबार्ड डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से दूसरी महिला दावेदार है, इससे पहले सांसद एलिज़ाबेथ वारेन में राष्ट्रपति चुनाव में अपनी दावेदारी का ऐलान किया था। इसके आलावा डेमोक्रेट्स से सांसद एलिज़ाबेथ वारेन, किर्स्टेन गिल्लिब्रंड, एमी क्लोबुचार, टीम कैने और भारतीय अमेरिकी कमला हैरिस के शामिल होने की संभावनाएं हैं।