आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को कहा कि, 01 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण दौरे पर जाने वाले हैं। लेकिन जब तक वे अपने वादे को पूरा नहीं कर देते तबतक उन्हें यहां आने का अधिकार नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी पार्टी तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) पीएम के इस दौरे के खिलाफ हो रहे आंदोलन में समर्थन करेंगी।
एक टेलीकॉफेंस में सीएम ने कहा कि, सरकार राज्य को विशेष श्रेणी का दर्जा देने और आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम में किए गए अन्य वादों को पूरा करने में असमर्थ रही है। इसलिए वे प्रतीकिया होदा साधना समिति की संयुक्त कार्रवाई समिति द्वारा बुलाए गए विरोध का समर्थन करेगी।
जेएसी में विभिन्न समान विचारधारा वाले दल और राज्य के लिए विशेष श्रेणी की स्थिति के लिए लड़ने वाले समूह शामिल हैं। इन लोगों ने कहा है कि मोदी को प्रतिबद्धताओं को पूरा किए बिना राज्य का दौरा करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
इसके अलावा तमाम राजनीतिक दलों, व्यक्तिगत संगठनों और ट्रेड यूनियनों जो जेएसी का हिस्सा नहीं हैं, उन लोगों ने भी मोदी की यात्रा के खिलाफ विरोध का आह्वान किया है। इनमें कांग्रेस, जन सेना और वामपंथी दल शामिल हैं।
बता दें कि आगामी शुक्रवार को विशाखापत्तनम में मोदी एक जनसभा को संबोधित करेंगे। आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव अनिल चंद्र पुनेठा ने बुधवार को राज्य की राजधानी अमरावती में शीर्ष अधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री की यात्रा की व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए बैठक की।
इससे पहले मोदी ने 10 फरवरी को राज्य के गुंटूर की यात्रा के दौरान काले झंडे दिखा रहे लोगों के विरोध का सामना किया था। हालांकि वहां उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए नायडू पर तीखा हमला किया।
वहीं केंद्र ने बुधवार को विशाखापत्तनम में एक रेलवे मुख्यालय बनाने की घोषणा की है। लेकिन लोग इससे शांत नहीं होंगे, क्योंकि राज्य को विशेष दर्जा दिए जाने की उनकी मुख्य मांग अभी पूरी नहीं हुई है।
इस बीच टीडीपी प्रमुख ने यह भी आरोप लगाया है कि मुख्य विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी मोदी की जनसभा के लिए लोगों को जुटाने में लगी है। उन्होंने यह भी कहा कि वाईएसआर कांग्रेस मोदी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के हाथों में है।
बता दें कि आंध्र प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा के चुनाव अप्रैल-मई में होने के आसार हैं।