राज्यसभा में नागरिकता बिल के पास न हो पाने को असम के वित्त मंत्री व बीजेपी के वरिष्ठ नेता हेमंत बिस्वा शर्मा ने राज्य के लिए हार बताया है। उन्होंने दावा किया है कि अब राज्य की 17 विधानसभा सीटों पर बांगलादेशी मुस्लिमों का शासन हो जाएगा।
बिस्वा, उत्तर पूर्व लोकतांत्रिक गठबंधन के संयोजक भी है। उन्होंने कहा कि पार्टी विधेयक के लिए प्रतिबद्ध है और वह इसी संकल्प के साथ आगामी चुनाव लड़ेगी।
नागरिकता विधेयक को लोकसभा में 8 जनवरी को पारित कर दिया गया था। बिस्वा ने कहा कि “मुझे लगता है कि राज्यसभा में विधेयक को पारित नहीं करना असम के लिए एक हार है। इस बिल के बिना, 17 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र बांग्लादेशी मुसलमानों के हिस्से में चले जाएंगे। फिर असमिया समुदाय को कौन बचाएगा?”
उन्होंने यह भी कहा कि एनडीए के पास राज्यसभा में बहुमत नहीं है इसलिए वह दस्तावेज पेश नहीं कर सका। लेकिन भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन को बहुमत मिलने के बाद यह बिल फिर से पेश किया जाएगा।
उनकी सरकार बीजेपी के इस बिल का समर्थन करती है और वे इसी संकल्प के साथ 2019 लोकसभा चुनाव में भी लड़ेंगे।