नागरिकता बिल को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि यह बिल राज्य सभा में पास नहीं हो पाएगा।
इसी के साथ ही सिन्हा ने यह भी कहा है कि मोदी सरकार अगली बार केंद्र में नहीं आ पाएगी।
भाजपा सरकार में मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने पिछले साल ही भाजपा को अलविदा कह दिया था। तब से यशवंत सिन्हा लगातार भाजपा पर हमलावर रुख इख्तियार किए हुए हैं।
सिन्हा ने मीडिया से बात करते हुए बताया है कि उन्होने भाजपा के अलावा अन्य पार्टियों के बड़े नेताओं से बात की है। सभी ने यह कहा है कि नागरिकता बिल को किसी भी कीमत पर राज्य सभा में पास नहीं होने देंगे।
सिन्हा ने भाजपा पर तंज़ कसते हुए कहा है कि ‘सदन का यह सत्रह खत्म होने में महज दो दिन बचे हैं, ऐसे में यह भाजपा सरकार के लिए सदन का अंतिम सत्र होगा।’
मीडिया से बात करते हुए सिन्हा ने कहा है कि ‘मैं भरोसे के साथ यह कह सकता हूँ कि केंद्र में अब अगली बार भाजपा की सरकार नहीं आ पाएगी।’
अभी सदन के दो दिन बाकी हैं, ऐसे में नागरिकता बिल का मुद्दा लेकर उत्तर पूर्वी प्रदेशों में ताल ठोंक रही भाजपा यह किशिश करेगी कि यह बिल राज्य सभा में पास कराया जाये। अब देखना होगा कि आगामी लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भाजपा अपनी योजना में कितना सफल रहती है।’
प्रस्तावित नागरिकता बिल की कड़ी आलोचना करते हुए सिन्हा ने कहा है कि यह बिल संविधान के मूल्यों के ही खिलाफ है। ऐसे में इस तरह का बिल पास होने से संविधान के मूल्यों को भी चोट पहुंचेगी।
सिन्हा के अनुसार यदि यह बिल पास होता है तो इससे असम और उत्तर पूर्व के अन्य राज्यों के लोगों के अस्तित्व पर संकट आ जाएगा।
‘यदि पूरा उत्तर पूर्वी भारत इस बिल के विरोध में खड़ा है, तो इसका मतलब यह है कि बिल से उनके अधिकारों के हनन की संभावना है।’