दो दशकों तक ओडिसा के मुख्यमंत्री रहे नवीन पटनायक ने बीजेपी को लोकतंत्र का सबसे बड़ा शत्रु कहा, उन्होंने कहा कि बीजेपी कांग्रेस से भी बड़ा शत्रु हैं लेकिन ओडिस में इसका कोई खतरा नही हैं।
उन्होंने कांग्रेस और विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के दावों से सहमत होते हुए कहा कि बीजेपी शासित सरकार में लोकतंत्र को खतरा हैं जिस तरह से संस्थाए हमला करती हैंं। बल्कि विपक्षी नेताओं पर आय कर विभाग की छापेमारी दुर्भाग्यपुर्ण हैं जोकि प्ररेक राजनीतिक को दिखाता हैं।
नवीन पटनायक ने कहा उन्हे दिख रहा हैं कि 23 मई के नतीजों के बाद कोई भी राष्ट्रीय दल बहुमत से नही जीतने वाला और क्षेत्रीय पार्टी इस में बड़ी भूमिका निभाने जा रही हैं।
पहली बार, ओडिसा के मुख्यमंत्री ने अपने करीबी रहे जय पांडा के बारे में बोला जो पिछले ही महीने बीजेपी में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि पांडा एक महत्वकांक्षी व्यक्ति हैं जो जल्दी में रहते हैं।
गुरूवार से शुरू होने वाले चुनावों में ओडिसा मे लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव भी होने जा रहे हैं। ओडिसा में चुनाव 21 लोकसभा जब कि 147 विधानसभा सीटों पर होने जा रहा हैं।
नवीन पटनायक ने कहा, जो भी पार्टी बहुमत से आएगी उसे सहयोगी मिलेंगे। उन्होंने कहा कि ओडिसा के लिए जो सर्वश्रष्ठ होगा में उसको ही समर्थन दूंगा।
उन्होंने कहा, मुझे नही लगता बीजेपी को बालाकोट हवाई हमले से कोई फायद नही मिलने वाला। उन्होंने इस पर अपनी काफी फजीहत कर वाली हैं और अब वह वापस समान्य राजनीति की ओर आ गए हैं।
उन्होंने सबसे बड़े चुनौती के रूप में बीजेपी या कांग्रेस में से किसी का भी नाम लेने से मना कर दिया। पटनायक ने कहा मैं उन्हे न ही शत्रु के तरह देखता हुं न ही दोस्त की तरह। अंत में उन्होंने एनडीए को बड़ी चुनौती के रूप में माना ।
ओडिसा में बीजेपी को कोई प्रभाव देखने को नही मिला जबकि ओपिनियन पोलस के अनुसार भी बीजोपी को 10-15 सीटे मिलने का अनुमान हैं। कांग्रेस के लिए उन्होंने कहा कि अभी राहुल गांधी को और मेहनत करने की जरूरत हैं।
2014, में बीजेपी ने ओडिसा में 21 लोकसभा सीटों और 147 विधानसभा सीटों में से एक ही सीट पर जीत दर्ज की थी।