पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ को जेल की सलाखों के पीछे कैद रखना एक अपराध है। हाल ही में नवाज़ शरीफ के खिलाफ फैसला सुनाने वाले एक न्यायाधीश की वीडियो को मरयम ने जारी किया था। नवाज शरीफ की बेटी और पीएमएलएन की नेता मरयम नवाज़ ने रविवार को एक रैली के दौरान इमरान खान के इस्तीफे की मांग की थी।
पीएम खान इस्तीफा दें
इस विडियो के मुताबिक, उत्तरदायी अदालत के जज अरशद मलिक एक पीएमएलएन के एक कार्यकर्ता से कह रहे हैं कि अल अजीजिया स्टील मील मामले में नवाज़ शरीफ के खिलाफ सबूतों का अभाव है। पूर्व प्रधानमन्त्री नवाज़ शरीफ इस मामले में कोट लखपत जेल में सात वर्ष की सजा काट रहे हैं।
अलबत्ता, जज ने इस विडियो को फर्जी करार दिया है। मरयम में रविवार को रैली के दौरान सियासी दल के कार्यकर्ताओं से कहा कि “आवाम के हक़ में आवाज उठाने की कीमत को नवाज़ चुका रहे हैं।” मरयम नवाज़ की आलोचना पाकिस्तानी सरकार के कई नेताओं ने की है।
मरयम का पैंतरा विफल
पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री के विशेष सहायक फिरदौस आशिक अवन ने मरयम नवाज़ की आलोचना की थी। उन्होंने कहा कि “मरयम का जनता की आँखों में धुल झोंकने का पैंतरा उत्तरदायी जज के स्पष्टीकरण से विफल हो गया है। इस विडियो की वैधता की पुष्टि के लिए फोरेंसिक ऑडिट किया जायेगा।”
शरीफ को 24 दिसंबर 2017 को पनामा पेपर के मामले के बाद शरीफ के खिलाफ शीर्ष अदालत ने अल अज़ीज़िया मामले में दोषी ठहराया गया था। हाल ही में इस्लामाबाद उच्च अदालत की दो जजों की पीठ ने 69 वर्षीय पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज़ के प्रमुख की जमानत याचिका को ख़ारिज कर दिया गया था।
26 मार्च को शीर्ष अदालत ने शरीफ को अल अज़ीज़िए मामले में साथ वर्ष की कारावास की सज़ा सुनाई थी और उनके स्वास्थ्य हालातो के आधार पर छह हफ़्तों की जमानत दी थी लेकिन देश छोड़ने की अनुमति नहीं दी थी।