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    नवाज़ शरीफ

    पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ की एंजियोप्लास्टी कामयाब न होने पर उनकी हार्ट सर्जरी की जाएगी। अल अज़ीज़िया गबन मामले में नवाज़ शरीफ सात वर्ष की कारावास की सज़ा काट रहे हैं। डॉन के मुताबिक, शरीफ मेडिकल सिटी में आगा खान यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों ने पूर्व प्रधानमंत्री की जांच की थी।

    जांच के बाद नवाज़ शरीफ के निजी चिकिस्तक अदनान ने पत्रकारों से कहा कि “पूर्व प्रधानमंत्री को हृदय की गंभीर बीमारी है और अगर एंजिप्लास्टी कारगर नहीं हो पायी तो हार्ट सर्जरी करनी पड़ सकती है।”

    डॉक्टर खान ने ट्वीट कर कहा कि “आगा खान यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों की टीम में उच्च स्तर के हृदय सम्बन्धी, वैस्कुलर सर्जन और किडनी रोग विशेषज्ञ शामिल थे। उन्होंने आगे की कार्रवाई के लिए नवाज़ शरीफ की सेहत की गंभीरता से जांच और आंकलन किया था।”

    अपने पिता के स्वास्थ्य को लेकर उनकी पुत्री मरयम ने भी ट्वीट किया था। उन्होंने कहा कि “आगा खान यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों की टीम ने उनके पिता मिया नवाज़ शरीफ की जांच की थी। उच्च स्तर के हृदय सम्बन्धी, वैस्कुलर सर्जन और किडनी रोग विशेषज्ञ शामिल थे, जिन्होंने अपने हालिया जांच और स्कैन की भी समीक्षा की थी। उनकी हालात बेहद गंभीर है और डॉक्टर बेहद चिंतित है।”

    शरीफ परिवार ने शिकायत की कि “मुल्क के तीन बार के वजीर ए आजम के गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार पर्यापत इलाज मुहैया नहीं कर रहे हैं।” साल 2017 में पाक शीर्ष अदालत ने पनामा पेपर केस में नवाज़ शरीफ को चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य साबित कर दिया था।

    जुलाई 2018 में लंदन से सम्बंधित संपत्ति के मामले में नवाज़ शरीफ को 10 वर्ष की कारावास की सज़ा सुनाई गयी थी। हालाँकि सितम्बर में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया था। अल अज़ीज़िया स्टील मिल केस सऊदी अरब में काले धन से स्टील मिल को स्थापित करने के बाबत था।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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