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    गांधीनगर, 15 जुलाई (आईएएनएस) सरदार सरोवर नर्मदा बांध के पानी से सिंचित होने वाली जमीन के मुद्दे पर सोमवार को गुजरात के उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल और विपक्ष के नेता परेश धनानी विधानसभा में आपस में शब्दों के जरिए भिड़ गए। पटेल ने विपक्ष के नेता पर गलत आंकड़े बताकर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया गया जबकि विपक्ष के नेता धनानी अपनी बात पर कायम रहे।

    उप-मुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री पटेल सदन में धनानी द्वारा शनिवार को दिए गए बयान के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए उठे। इस दौरान उन्होंने धनानी की ओर से लगाए गए आरोप कि नर्मदा के पानी से राज्य सरकार 16 लाख हेक्टेयर के अपने दावों से कहीं कम केवल छह लाख हेक्टेयर भूमि में ही सिंचाई करा पा रही है, का जवाब दिया।

    पटेल ने कहा, “धनानी ने अपने दावों को सही साबित करने के लिए नवीनतम सामाजिक-आर्थिक समीक्षा का हवाला दिया था। जबकि रिपोर्ट में इस आंकड़े का कोई उल्लेख नहीं किया गया है। यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि कुल 17.92 लाख हेक्टेयर में नर्मदा बांध के पानी से खेती करने की योजना है जिसमें से 16 लाख हेक्टेयर में यह काम हो रहा है।”

    उन्होंने मांग की कि ‘कांग्रेस नेता सदन को गुमराह करने और लोगों के मन में नकारात्मक प्रभाव पैदा करने के लिए माफी मांगें।’

    उप मुख्यमंत्री के जवाब में धनानी ने कहा, “मेरा जो कहना था और है, वह बहुत स्पष्ट है। 16 लाख हेक्टेयर के सरकारी आंकड़े के संबंध में कोई विवाद नहीं है। मगर सामाजिक-आर्थिक समीक्षा केवल यह बताती है कि यह सिंचाई की कुल क्षमता है न कि यह नर्मदा बांध से जल प्राप्त करने वाले क्षेत्रों की वास्तविक सीमा बताती है। ”

    अपनी बात को साबित करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी से समय की मांग करते हुए धनानी ने कहा कि सरकारी दस्तावेजों में कहा गया है कि 66 प्रतिशत से कम खेतों को नर्मदा के पानी से सिंचित किया जा रहा है।

    इससे कहीं आगे बढ़ते हुए विपक्ष के नेता ने कहा, “मैं गलत साबित होने पर सदन में उठक-बैठक करने को भी तैयार हूं।”

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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