प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पसंद करने वालों की रेटिंग में एक महीने में करीब 17 अंकों की गिरावट आई है। लेकिन, कांग्रेस के लिए अभी भी कोई अच्छी खबर नहीं है क्योंकि मतदाताओं के राहुल गांधी को पसंद करने की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। सीवोटर-आईएएनएस ट्रैकर के नवीनतम निष्कर्षो में यह बात सामने आई है।
18 अप्रैल को भारत भर में 11,074 लोगों से पूछने के बाद सर्वेक्षण तैयार किया गया। प्रधानमंत्री के साथ विशुद्ध संतुष्टि का स्तर घटकर 46.92 रह गया, जो 16.55 की गिरावट है, जबकि सात मार्च को उनकी लोकप्रियता के चरम पर संतुष्टि का स्तर विशुद्ध रूप से 63.47 था।
मतदाताओं से पूछा गया कि क्या वे प्रधानमंत्री से ‘बहुत संतुष्ट’, ‘कुछ हद तक संतुष्ट’ और ‘बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हैं’।
18 अप्रैल को, दूसरे चरण के मतदान में 50.65 प्रतिशत जवाब देने वाले लोगों ने कहा कि वे मोदी से बहुत संतुष्ट हैं, जबकि 26.13 प्रतिशत ने कहा कि वे बिल्कुल संतुष्ट नहीं हैं।
लेकिन 7 मार्च को, 55.72 प्रतिशत लोगों ने कहा था कि वे बहुत संतुष्ट हैं और केवल 17 प्रतिशत ने कहा था कि वे मोदी से खुश नहीं हैं।
26 फरवरी को बालाकोट में आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले के बाद मोदी की लोकप्रियता बढ़ी थी। लेकिन, फिर बाद में लगातार गिरावट आई है।
दूसरी ओर, राहुल गांधी ने अपने पक्ष में समर्थन व संख्या हासिल करने के लिए काफी संघर्ष किया है क्योंकि 18 अप्रैल को उनके पक्ष में विशुद्ध संतुष्टि स्तर केवल 6.82 था। महज 25.78 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे कांग्रेस अध्यक्ष से बहुत संतुष्ट हैं, लेकिन 40.64 ने कहा कि वे बिल्कुल संतुष्ट नहीं हैं।
उनकी विशुद्ध संतुष्टि रेटिंग 28 फरवरी के बाद से 10 अंक से नीचे है और इसमें कोई सुधार नहीं हुआ है।