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    सुषमा मोदी यमन

    भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का कहना है कि साल 2015 में जब अनेकों भारतीय यमन में फंसे थे, तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वजह से भारत उन्हें वहां से सकुशल निकालने में सफल रहा था। स्वराज नें बताया कि मोदी नें सऊदी अरब के राजा को एक फ़ोन किया था, जिसके तुरंत बाद वहां फंसे भारतीय और अन्य विदेशी पर्यटकों को छुड़ा लिया गया था।

    आपको बता दें कि साल 2015 में आतंकवादियों से लड़ाई के दौरान सऊदी अरब और उसके साथी देशों नें यमन पर कूच किया था। इस दौरान यमन में करीबन 4000 से ज्यादा भारतीय और विदेशी लोग फंसे हुए थे। कुछ लोगों नें इस दौरान भारत से प्रार्थना की थी कि उन्हे बाहर निकाला जाए। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और नरेन्द्र मोदी के प्रयासों की वजह से सभी लोगों को वहां से सकुशल बाहर निकाला गया था।

    जाहिर है सुषमा स्वराज आशियान समारोह के दौरान भारतीय मूल के लोगों से बातचीत कर रही थी। इस दौरान सुषमा का कहना था कि जिस गंभीरता से यमन में लड़ाई चल रही थी, उसे देखते हुए वहां फंसे लोगों को निकालना नामुमकिन सा लग रहा था। इसके बाद स्वराज नें ‘ऑपरेशन राहत’ की जानकारी देते हुए बताया कि किस सकुशलता से लोगों को वहां से निकाला गया था।

    स्वराज नें आगे कहा कि वे नरेन्द्र मोदी के पास गयी थी और उन्हें कहा कि सऊदी अधिकारीयों से उनके अच्छे सम्बन्ध है और वे इसका फायदा उठा सकते हैं। इसके बाद मोदी नें राहत प्रक्रिया आरम्भ की।

    इसके बाद सुषमा का कहना है कि जब मोदी नें सऊदी के राजा को फोन किया तो सऊदी की ओर से कहा गया कि भारत उनके लिए काफी महत्वपूर्ण है और वे मोदी की बात को टाल नहीं सकते हैं। ऐसे में लगातार बमबारी के दौरान सऊदी अरब नें सुबह 9 बजे से 11 बजे तक बमबारी रोकी और इस दौरान सभी भारतियों को बाहर निकाल लिया गया था।

    स्वराज नें आगे कहा, ‘यमन के लोगों नें कहा था कि वे भारतियों के लिए कुछ भी कर सकते हैं।’ इसके बाद यमन के अदेन बंदरगाह और साना हवाई अड्डे को खोला गया जिसके बाद सभी लोगों को वहां से निकाल लिया गया था।

    ‘ऑपरेशन राहत’ का संचालन भारत की ओर से विदेश मंत्रालय और पूर्व आर्मी चीफ जनरल वी के सिंह के द्वारा किया गया था। इस दौरान करीबन 4800 भारतीय और 1972 अन्य देशों के नागरिकों को बाहर निकाला गया था।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।