प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां शनिवार को कहा कि आज देश में एक ओर जहां ‘वोटभक्ति’ की राजनीति है, वहीं दूसरी ओर ‘देशभक्ति’ की राजनीति है। उन्होंने विपक्षियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज ‘भारत तेरे टुकडे होंगे’ गैंग को ‘भारत माता की जय’ कहने से ही पेट में दर्द प्रारंभ हो जाता है।
अररिया के फॉरबिसगंज में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “मुंबई में जब 26/11 को आतंकियों ने हमला किया था, तब कांग्रेस सरकार ने सेना को कुछ भी जवाब देने से मना कर दिया, क्योंकि उससे वोट बैंक खिसकने का डर था। यही वोटभक्ति की राजनीति है।”
उन्होंने कहा कि उस समय कांग्रेस ने पाकिस्तान से आए आतंकियों को जवाब देने के बजाए हिंदुओं के साथ आतंकी शब्द चिपकाने के लिए साजिश की। योजना बनाकर जांच की पूरी दिशा बदल दी।
मोदी ने कहा, “किसी भी जाति और पंथ से पहले हम भारतीय हैं, हमारी पहचान भारतीय है। मां भारती की सेवा और साधना की इस भावना के साथ ही, बीते 5 वर्षो में मैंने आपकी सेवा करने का प्रयास किया है।”
उन्होंने कहा कि उरी और पुलवामा के हमले के बाद देश ने ‘देशभक्ति’ की राजनीति देखी, जिसमें सेना के जवानों ने सीमा पार कर आतंकियों को मारा।
उन्होंने कहा, “हमारी सरकार में आतंकवाद के खिलाफ पहले सर्जिकल स्ट्राइक हुई और फिर एयर स्ट्राइक हुई। परिणाम ये हुआ कि जो पाकिस्तान पहले चोरी और सीनाजोरी करता था, वो आज दुनिया में जाकर गुहार लगा रहा है।”
विपक्ष पर अफवाह फैलाने और झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “झूठ की राजनीति करने वाले बिहार में इस बात कि अफवाह फैला रहे हैं कि सामान्य वर्ग के गरीबों के लिए जो 10 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है, उसके बाद आरक्षण खत्म हो जाएगा। मैं कहना चाहता हूं कि जो आरक्षण बाबा साहब करके गए हैं उसे कोई हाथ नहीं लगा सकता।”