भारत के प्रधानमंत्री तीन देशों की यात्रा के दौरान आज फिलीस्तीन पहुंचेंगे। ये किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली फिलीस्तीन यात्रा होगी। फिलीस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने पीएम मोदी की यात्रा को ऐतिहासिक बताया है। इससे पहले पीएम मोदी जॉर्डन पहुंचे थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रामल्लाह पहुंचने के बाद फिलीस्तीन के दिवंगत राष्ट्रपति यासिर अराफात के मकबरे में पुष्पांजलि अर्जित करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनके फिलिस्तीनी समकक्ष रमी हमदल्लाह भी मौजूद होंगे। यासीर अराफात का मकबरा 10 नवंबर, 2007 को बनाया गया था। ये फिलीस्तीन के राष्ट्रपति मुख्यालय परिसर के निकट ही स्थित है। दिवंगत राष्ट्रपति यासिर अराफात को पुष्पांजलि अर्जित करने के बाद पीएम मोदी व मरी हमदल्लाह यासिर अराफात संग्रहालय देखेंगे।
फिलीस्तीन के रामाल्लाह में राष्ट्रपति मुख्यालय स्थित है। राष्ट्रपति के कार्यालय, राष्ट्रपति के सलाहकारों के कार्यालयों और राष्ट्रपति गार्ड के मुख्यालय शामिल है। विदेश मामलों के प्रवक्ता रवीश कुमार ने पीएम मोदी के रामाल्लाह दौरे के बारे में जानकारी भी दी है।
फिलीस्तीन का दौरा भारत के प्रधानमंत्री उस समय कर रहे है जब करीब एक महीने पहले ही इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भारत यात्रा पर आए थे।
गौरतलब है कि यरूशलम मुद्दे को लेकर फिलीस्तीन व इजरायल के बीच विवाद बना हुआ है। वहीं भारत ने इस मुद्दे पर अपने खास दोस्त इजरायल का साथ न देकर फिलीस्तीन का साथ दिया था।
फिलिस्तीन के बाद प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त अरब अमीरात और ओमान की यात्रा पर जाएंगे। किसी भारतीय प्रधानमंत्री से पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज क्रमशः अक्टूबर 2015 और जनवरी 2016 में फिलिस्तीन यात्रा पर गए थे।
फिलीस्तीन दौरे को दौरान भारत व फिलीस्तीन के बीच में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा मिलेगा। भारत रणनीतिक तौर पर फिलीस्तीन के साथ नजदीकी बढ़ाने का प्रयास कर रहा है।