भोपाल, 3 जुलाई (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश के इंदौर में भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा नगर निगम के अधिकारी की क्रिकेट के बल्ले से की गई पिटाई के मामले पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के बाद राज्य की सियासत में हलचल मची हुई है।
घटना के बाद भाजपा के जिन नेताओं ने आकाश का बचाव और समर्थन किया था, वे सभी अब चुप है। दूसरी ओर कांग्रेस ने भाजपा पर हमले तेज कर दिए हैं।
भाजपा हमेशा चाल, चेहरा और चरित्र की बात करते रही है, मगर राज्य में भाजपा नेताओं के पुत्रों के सामने आए कृत्यों ने पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी है। नया मामला भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक पुत्र आकाश विजयवर्गीय का है। आकाश ने इंदौर में एक जर्जर मकान ढहाने गए नगर निगम के अधिकारियों की क्रिकेट के बल्ले से पिटाई की थी। इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी राय साफ जाहिर कर दी है।
मोदी ने मंगलवार को दिल्ली में भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में कहा था, “हम ऐसा कोई नेता नहीं चाहते जो पार्टी की छवि को खराब करे। बेटा किसी का भी हो, ऐसे नेताओं को पार्टी से निकाल देना चाहिए।” मोदी ने आकाश की रिहाई के बाद उनका स्वागत करने वाले नेताओं को भी पार्टी से निकालने की बात कही थी।
आकाश की रिहाई के बाद उनका स्वागत करने वालों में महेंद्र हार्डिया, जीतू जिराती, गोपी कृष्ण नेमा, चंदू शिंदे, सुमित मिश्रा सहित कई बड़े नेता भी शामिल थे।
आकाश की गिरफ्तारी पर विरोध जताने और रिहाई के बाद स्वागत करने वालों में शामिल रहे विधायक रमेश मेंदोला से जब प्रधानमंत्री के बयान पर सवाल किया गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
भाजपा नेता और इंदौर नगर निगम की महापौर मालिनी गौड़ ने भी प्रधानमंत्री के बयान की जानकारी न होने की बात कही, और इस मुद्दे पर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया।
हालांकि इससे पहले पूर्व मंत्री विजय शाह ने आकाश का बचाव करते हुए कहा था, “राजनीति के माध्यम से जनता की सेवा करते हैं, कई बार जब अति उत्साह में, या ऐसी कोई घटना सामने वाले की तरफ से हो जाती है, तब प्रतिक्रिया होती है। जो पहली बार विधायक बनते हैं, उनको थोड़ा समझना चाहिए और संयम बरतना चाहिए। मैं नहीं समझता कि यह ऐसा कोई अपराध है, जिसे क्षमा न किया जाए। राजनीति में इसकी जगह नहीं है, भविष्य में ध्यान रखना चाहिए।”
वहीं भाजपा के पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता का कहना है, “यह मामला यहीं खत्म हो जाना चाहिए और आकाश को एक मौका दिया जाना चाहिए।”
लेकिन बड़ा सवाल यह है कि मोदी के बयान पर अमल होगा क्या, और होगा तो कब?
भाजपा सूत्रों का कहना है, “आकाश विजयवर्गीय पर कार्रवाई को लेकर पार्टी की प्रदेश इकाई में मंथन जारी है। पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राकेश सिंह दिल्ली में हैं और केंद्रीय नेतृत्व के संपर्क में हैं। वहीं प्रदेश इकाई ने इंदौर से रिपोर्ट तलब की है। यह रिपोर्ट राज्य इकाई द्वारा केंद्रीय नेतृत्व को भेजी जाएगी, और उसके बाद ही आकाश पर कार्रवाई संभव है।”
लेकिन इस बीच, कांग्रेस हमलावर हो गई है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, “मोदी जी ने कल (मंगलवार) भाजपा संसदीय दल की बैठक में आकाश के बयान के खिलाफ नाराजी प्रकट की और आकाश के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। यही नहीं उन भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए, जिन्होंने जेल से छूटने के बाद उसका (आकाश) स्वागत किया और हर्ष फायरिग की। अगर ऐसा होता है तो मोदी जी आपको बधाई। यदि नहीं होता है तो यही कहेंगे कि आपकी कथनी और करनी में अंतर है और आपकी नियत साफ नहीं है। मुझे नहीं लगता कि अमित शाह जी अपने प्रिय मित्र कैलाश विजयवर्गीय के बेटे का कोई नुकसान होने देंगे। देखते हैं।”
राज्य के गृहमंत्री बाला बच्चन, लोकनिर्माण मंत्री सज्जन वर्मा और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने भी भाजपा पर हमला किया है और कहा है कि “देखना है कि आकाश पर कार्रवाई होती भी है या नहीं।”
ज्ञात हो कि आकाश विजयवर्गीय ने 26 जून को एक जर्जर मकान तोड़ने गए नगर निगम के अधिकारी धीरेंद्र बायस की क्रिकेट के बल्ले से पिटाई की थी, जिसके लिए उन्हें जेल भी जाना पड़ा। आकाश ने अफसर की पिटाई के बाद कहा था, “भाजपा ने सिखाया है, पहले आवेदन, फिर निवेदन और फिर दे दनादन। हमने हाथ जोड़कर निवेदन कई बार किया, अभी तो यह सिर्फ शुरुआत है। अब यह लड़ाई इनके खात्मे के साथ खत्म होगी।”
राज्य में बीते कुछ समय के दौरान भाजपा के चार बड़े नेताओं के पुत्रों से जुड़े मामले सामने आए, जिससे पार्टी को काफी फजीहत झेलनी पड़ी है। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के बेटे प्रबल पटेल, विधायक जालम सिंह पटेल के बेटे मोनू पटेल, पूर्व मंत्री कमल पटेल के बेटे संदीप पटेल, और कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र आकाश विजयवर्गीय पर पुलिस ने मामले दर्ज किए और इनकी गिरफ्तारियां हुईं। इसके अलावा भाजपा कार्यकर्ताओं ने सतना के अमरपाटन में एक अधिकारी की डंडों से पिटाई की, दमोह नगर पालिका में भाजयुमो नेता हाथ में क्रिकेट का बल्ला लेकर जा पहुंचा और उसने अफसरों को धमकाया था।