प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आजादी के बाद देश में पहली बार इस चुनाव में सत्ता के पक्ष में लहर दिखाई दे रही है।
मोदी ने शुक्रवार को यहां अपना नामांकन दाखिल करने से पहले कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, “हमारे देश में इतने चुनाव हुए, लेकिन इस चुनाव होने के बाद राजनीतिक पंडितों को माथापच्ची करनी पड़ेगी क्योंकि आजादी के बाद पहली बार सत्ता के पक्ष में लहर दिखाई दे रही है।”
उन्होंने कहा, “मीडिया को अब बनारस के चुनाव में कोई रुचि नहीं होगी, उनकी टीआरपी अब खत्म हो गई। वो भी मान लेंगे की मोदी जीत गया।”
मोदी ने कहा, “जब कोई गलत बात कहे तो उसे आप मोदी के खाते में जमा कर दो, मैं गंदी से गंदी चीजों से, कूड़े-कचरे से भी खाद बना देता हूं और उससे ही कमल खिलाता हूं।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “आप अगर मोदी के सिपाही हैं, तो टीवी बहसों पर झगड़ा करने वालों से प्रेरणा मत लीजिए। दोस्ती, प्रेम ये राजनीति में जरूरी हैं, जो धीरे-धीरे खत्म हो रही है, उसे हमें वापस लाना है। कोई मोदी को कितनी ही गाली दे, आप चिंता मत करें।”
उन्होंने कहा, “काशी जीतने का काम कल ही पूरा हो गया। मैं जीतूंगा, हारूंगा, इसकी चिंता नहीं। मोदी का जो होगा, वह गंगा मैया देख लेगी। लेकिन मेरे मतदान केंद्र के एक भी कार्यकर्ता की हार नहीं होगी। आपके लिए एक ही मंत्र- मेरा बूथ सबसे मजबूत।”
मोदी ने सवाल करते हुए कहा कि ‘मेरी एक इच्छा है जो मैं गुजरात में भी पूरा नहीं कर पाया। क्या बनारस वाले मेरी वो इच्छा पूरी कर सकते हैं? मैं चाहता हूं कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं का मतदान 5 प्रतिशत ज्यादा होना चाहिए। जो इस बार पहली बार वोट दे रहा है, उनकी लिस्ट बनाइए, उन सबको बुलाइए। कम से कम एक गुड़ का टुकड़ा इनके मुंह में रखकर उनका मुंह मीठा कीजिए। उन्हें लगना चाहिए कि वो अब 18 साल के हो गए हैं और अब मतदान करने जा रहे हैं, वो वोट किसी को भी दें इसकी चर्चा मत कीजिए।’
उन्होंने कहा, “मई महीने के 40 डिग्री तापमान में भी भारी मतदान करके आपको पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ने हैं। कल सोशल मीडिया पर लोगों ने मुझे बहुत डांटा कि रोड शो बंद कर दीजिए, अपनी सुरक्षा का ध्यान रखिए। लेकिन मोदी का कोई ध्यान रखता है तो वो इस देश की करोड़ों माताएं हैं। वे शक्ति बनकर मेरा सुरक्षा कवच बनती हैं। देश के कोने-कोने में माताएं पूजा कर रही हैं, व्रत रख रही हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “मोदी सबसे ज्यादा वोट से जीते या न जीते, यह रिकॉर्ड की बात नहीं है। इसमें मेरी कोई रुचि नहीं है। मुझे रुचि है कि लोकतंत्र जीतना चाहिए।”