नई दिल्ली, 31 मई (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के मंत्रिपरिषद में चार बड़े फेर बदल देखने को मिले।
अमित शाह को मंत्रिपरिषद में दूसरे नंबर पर गृह मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष की नियुक्ति के साथ, मोदी-शाह की जोड़ी एक बार फिर सरकार में देखने को मिलेगी।
यह दोनों के लिए एक परिचित मैदान है, क्योंकि जब मोदी गुजरात में मुख्यमंत्री रहे थे, तब शाह मंत्री हिरेन पंड्या की हत्या के बाद लंबे समय तक मोदी के गृह राज्यमंत्री रहे और कुछ दिन जेल में भी रहे। छूटे इस शर्त पर कि चार साल अपने राज्य से बाहर रहना होगा।
पहली मोदी सरकार में गृहमंत्री रहे राजनाथ सिंह को रक्षा मंत्री बनाया गया है। अब वह नॉर्थ ब्लॉक से हटकर साउथ ब्लॉक में अपने कार्यालय की कमान संभालेंगे। वह निर्मला सीतारमण की जगह लेंगे।
स्वास्थ्य कारणों से मंत्रिपरिषद में शामिल नहीं हो सके अरुण जेटली की जगह सबको आश्चर्य में डालते हुए निर्मला सीतारमण को वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इंदिरा गांधी के बाद निर्मला सीतारमण पहली महिला वित्तमंत्री होंगी।
इससे पहले, इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए वित्त मंत्रालय की कमान संभाली थी।
पिछली मोदी सरकार में सीतारमण रक्षा मंत्री बनने वली पहली महिला बनी थी।
हालांकि, सुषमा स्वराज को मंत्रिपरिषद से बाहर रखने के बाद विदेश मंत्रालय की कमान पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर को देने में कोई ज्यादा आश्चर्यजनक बात नहीं दिखाई दी।
प्रधानमंत्री ने सभी जल, दुर्लभ संसाधन, संबंधित मुद्दों से निपटने के लिए जल शक्ति मंत्रालय स्थापित करने के अपने अभियान के वादे को भी पूरा किया।
जोधपुर से जीते गजेंद्र सिंह शेखावत, जलशक्ति मंत्रालय का नेतृत्व करने वाले पहले नेता होंगे।
अन्य महत्वपूर्ण परिवर्तनों में, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) की कमान सौंपी गई है, जो प्रकाश जावड़ेकर की जगह लेंगे।
जावड़ेकर को पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन और सूचना व प्रसारण मंत्रालय वापस से दिए गए हैं।
हर्षवर्धन को जेपी नड्डा की जगह नया स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया है, जिन्हें इन अटकलों के बीच हटा दिया गया कि वे नए भाजपा अध्यक्ष बन सकते हैं, क्योंकि हिमाचल प्रदेश के नेता को मोदी का करीबी माना जाता है।