रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने अपने बेटे के राजनितिक कैरियर के उदय के लिए राज्य के सूर्य को अस्त की और धकेल दिया है।
चंद्रबाबू नायडू अपने बेटे के राजनितिक कैरियर को उभारने के लिए इतने बेचैन है कि वो ये भी नहीं देख पा रहे कि उन्होंने भ्रष्टाचार और खराब नीतियों के चलते राज्य को सूर्यास्त की तरफ धकेल दिया है। वो अपने बेटे के भविष्य के लिए राज्य के अन्य बेटे और बेटियों को भूल गए। प्रधानमंत्री विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन टी रामाराव (एनटीआर) की प्रशंसा की जिन्होंने सिनेमा से राजनीति में कदम रखने के बाद कांग्रेस विरोधी मोर्चा बनाया।
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एनटीआर ने ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ आंदोलन का नेतृत्व किया था … आज, उनके दामाद अपनी सत्ता बचाए रखने के लिए कांग्रेस के सामने झुक गए हैं। मोदी ने तिरुपति, अनंतपुर, कडप्पा, कुरनूल और नरसरावपेट के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करते हुए कहा।
प्रधानमंत्री ने नायडू पर अपना हमला जारी रखा और कहा कि किसी को भी प्रधानमंत्री बनने का सपना नहीं देखना चाहिए, यदि वह पहले मुख्यमंत्री के रूप में विफल रहा है। “तेलुगु लोगों का गौरव तभी बहाल हो सकता है, जब कोई दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लिए बोलेगा।”
आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर एनडीए से अलग हो जाने के बाद चन्द्रबाबू नायडू प्रधानमंत्री मोदी पर लगातार हमलावर रहे हैं। उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव में मोदी को दोबारा सत्ता में आने से रोकने के लिए विपक्षी दलों का गठबंधन बनाने की कोशिशों में जुटे हैं। पिछले दिनों टीडीपी द्वारा मोदी की आंध्र प्रदेश यात्रा का विरोध करने के बाद भाजपा को उनकी यात्रा रद्द करनी पड़ी थी।