भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि “जैश ए मोहम्मद ने पुलवामा आतंकी हमले अंजाम देने की बात कबूली थी इसके बाजवूद पाकिस्तान इस बात को स्वीकार करने को तैयार नहीं है। ऐसा लगता है पाकिस्तान जैश ए मोहम्मद के प्रवक्ता के तौर पर कार्यरत है और उसे बचाने का प्रयास कर रहा है।”
उन्होंने कहा कि “भारत ने एक फाइटर जेट खोया था और पाकिस्तान दो बता रहा है। अगर उनके पास दुसरे विमान गिरने का कोई सबूत है तो पेश करें। पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने का दिखावा कर रहा है और झूठे दावे कर रहा है।”
रवीश कुमार ने कहा कि “अगर पाकिस्तान नयी सोच का नया पाकिस्तान होने का दावा करता है तो उसे आतंकी समूहों और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ नए तरीके से कार्रवाई भी करनी होगी। पाकिस्तान को आतंकी समूहों और और उसके ठिकानों पर कार्रवाई करनी चाहिए।”
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि “पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने अपने देश में जैश ए मोहम्मद की मौजूदगी को ही नकार दिया था। इससे जाहिर होता है कि पाकिस्तान का आतंक के खिलाफ क्या रवैया है। हम आतंकवाद के खिलाफ अभियान को जारी रखेंगे और सेना भी इस मामले पर सतर्क रहेगी।”
रवीश कुमार ने कहा कि “पाकिस्तान सिर्फ दिखावे के लिए आतंकियों पर कागजी कार्रवाई कर रहा है जो नाकाफी है। पाकिस्तान को अपनी सरजमीं से आतंकवाद का सफाया करना चाहिए।” पाकिस्तान ने 27 फरवरी को भारतीय सीमा में दाखिल होने की कोशिश भी की थी।
उन्होंने कहा कि “भारत ने एफ 16 विमान को गिराने के सबूत पेश किये थे, इसके बावजूद पाकिस्तान को कबूल नहीं कर रहा है। भारत के खिलाफ एफ 16 के इस्तेमाल के बाद पाकिस्तान का असल चेहरा सबके सामने आया है।”
पाकिस्तान की सेना ने अपने मुल्क में जैश ए मोहम्मद की मौजूदगी से इंकार कर दिया है। सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा कि “पाकिस्तान पर दावा सही नहीं है क्योंकि जेईएम पाकिस्तान में मौजूद नहीं है, जो पाकिस्तान और यूएन द्वारा गैरकानूनी है।”
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में दावा किया कि उन्होंने जैश ए मोहम्मद के साथ संपर्क किया है और उनके संगठन ने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पर शाह महमूद कुरेशी ने कहा कि “हम स्थिरता चाहते हैं, पाक शांति चाहता है। हमे आगे की तरफ देखना चाहिए।”