भीमागांव कोरे काण्ड की जाँच में पुणे पुलिस को नक्सलियों की एक चिट्ठी में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का मोबाइल नंबर मिलने के बाद पुणे पुलिस नक्सलियों और दिग्विजय सिंह के बीच नक्सल लिंक की जांच कर रही है।
भीमगाँव कोरे में हिंसा फैलाने के आरोप में 10 कार्यकर्ताओं को नक्सली लिंक के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुणे पुलिस ने 5 कार्यकर्ताओं सुरेंद्र गाडलिंग, शोमा सेन, महेश राउत, रोना विल्सन और सुधीर धावले के खिलाफ चार्जशीट दायर किया है। इन कार्यकर्ताओं को जून में गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस को जो चिट्ठी मिली है वो 25 सितम्बर 2017 को लिखी गई थी। ये चिट्ठी कॉमरेड प्रकाश ने सुरेंद्र के नाम लिखी है। पुलिस का दावा है कि ये सुरेंद्र और कोई नहीं बल्कि सुरेंद्र गाडलिंग ही है।
चिट्ठी में लिखा गया है कि ‘छात्रों की मदद से हमें अपने आंदोलन को तेज करना होगा। राज्य की पुलिस फ़ोर्स छात्रों के खिलाफ नरमी से पेश आएगी और ये छात्र हमारे लिए काम कर धीरे धीरे राज्य को नुकसान पहुंचाएंगे। इसमें कांग्रेस नेता भी हमारे साथ हैं और वो हमारे मिशन को फंड देने के लिए भी तैयार हैं। इस सम्बन्ध में आप हमारे दोस्त से इस नंबर (पुलिस के अनुसार ये नंबर दिग्विजय सिंह का है) पर बात कर सकते हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है कि चिट्ठी में जो नंबर है वो नंबर कांग्रेस की आधिकारिक वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। जाँच से जुड़े एक अधिकारी का कहना है कि इस चिट्ठी को भी चार्जशीट में शामिल किया गया है और इसकी आगे की जांच भी की जा रही है।
पूछताछ के लिए दिग्विजय सिंह को सम्मन भेजने के सवाल पर पुणे के उप पुलिस आयुक्त सुभास भावचे ने कहा कि जरूरत पड़ी तो उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।
उधर दिग्विजय सिंह ने इन आरोपों को गलत बताते हुए राज्य सरकार को खुद को गिरफ्तार करने की चुनौती दी।
इस केस में गिरफ्तार अन्य कार्यकर्ताओं के नाम है तेलुगु कवि वरवरा राव, अरुण फ्रेरिआ, वर्णों गोंसाल्वेस, सुधा भरद्वाज।