केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि कश्मीर को किसी की नजर लग गई थी, और भष्ट्राचार व कुव्यवस्था की वजह से केंद्र की योजना कश्मीर तक नही पहुंच रही थी, लेकिन अब सब कुछ बदल रहा है, केंद्र का पैसा पहुंच रहा है और विकास हो रहा है।
श्रीनगर के हरवान में खंड विकास कार्यालय में मंगलवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए नकवी ने कहा, “कश्मीर के बारे में कहा गया है, ‘गर फिरदौस बर रूये जमी अस्त/हमी अस्तो हमी अस्तो हमी अस्तो’ (धरती पर अगर कहीं स्वर्ग है, तो यहीं है, यहीं है, यही है)। इस ‘धरती के स्वर्ग’ को पिछले कई दशकों से भ्रष्टाचार की दीमक ने नुकसान पहुंचाया है, लेकिन अनुच्छेद 370 के खात्मे के बाद आज कश्मीर में विकास और विश्वास का मजबूत माहौल बना है।”
नकवी ने कहा, “अनुच्छेद 370 के खात्मे से कश्मीर के लोगों की आंखों में खुशी, जिंदगी में खुशहाली सुनिश्चित हुई है। अनुच्छेद 370 के खात्मे के बाद जम्मू-कश्मीर के 24 हजार युवाओं को रोजगार प्रदान किया गया है। सांबा तथा अवंतीपोरा में दो एम्स की स्थापना की जा रही है। पांच नए मेडिकल कॉलेज शुरू किए गए हैं तथा इनमें सीटों की संख्या बढ़ाकर 500 कर दी गई है। लगभग 7.50 लाख लोगों को विभिन्न पेंशन योजनाओं का लाभ मिला है।”
नकवी ने कहा, “आयुष्मान भारत योजना के तहत कश्मीर के लगभग 15 लाख लोगों को इसके दायरे में लाया गया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत 8.20 लाख किसानों को लाभ प्रदान किया गया है। जन धन योजना का लाभ 23.26 लाख जरूरतमंदों को पहुंचाया गया है। लगभग 1.50 लाख छात्र-छात्राओं को विभिन्न स्कॉलरशिप्स दी गई हैं।”
नकवी ने बाद में मंगलवार शाम श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के सलाहकार फारूक खान और अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों से भेंट कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान नकवी ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू एवं कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों से आए एक दर्जन से अधिक प्रतिनिधिमंडलों से भेंट की।
जानकारी के अनुसार, लोगों ने अनुच्छेद 370 के खात्मे के बाद जम्मू-कश्मीर में बने सकारात्मक एवं विकास के माहौल पर प्रसन्नता व्यक्त की। नकवी की प्रतिनिधिमंडलों से भेंट में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, स्वरोजगार की विभिन्न योजनाओं पर चर्चा हुई।
नकवी ने अपने दौरे के क्रम में कई जगह काफिला रुकवा कर आम लोगों से बात की और रास्ते में जाते वक्त पूरी तरह बर्फ से ढकी सड़कों को स्थानीय नागरिकों के साथ मिल कर साफ भी किया।
ध्यान रहे कि केंद्र सरकार के निर्देश पर नकवी केंद्रीय योजनाओं की जानकारी देने और समीक्षा करने श्रीनगर गए थे। केंद्र सरकार के कुल 36 मंत्रियों को जम्मू एवं कश्मीर के दौरे पर जाने को कहा गया है।