पाकिस्तान की मीडिया ने दावा किया कि अमेरिका ने कुछ मुस्लिम संघठनो से बोला है कि वह अभी भी भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू कश्मीर के मामले कोलेकर प्रत्यक्ष बातचीत के पक्ष में हैं। प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा हटा दिया था।
कश्मीर में द्विपक्षीय बातचीत करे भारत और पाक
डॉन की न्यूज़ रिपोर्ट के मुताबिक, मुस्लिम संघठनो की अमेरिकी परिषद् के बैनर के तले मुस्लिम संघठनो ने पाकिस्तानी मामलो के अमेरिकी राज्य विभाग के अधिकारी एर्विन मस्सिंगा से मुलाकात की थी और इसमें जम्मू कश्मीर से विशेष्य अजय का दर्जा छिनने पर वांशिगटन की राय जानी गयी थी।
मुस्लिम संस्था ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन से भारत और पाकिस्तान के बीच तनावों को कम करने के लिए भूमिका निभाने का आग्रह किया था। दक्षिण और मध्य एशियाई मामले के अमेरिकी ब्यूरो ने ट्वीट कर कहा कि “अमेरिका कश्मीर या अन्य विवादित मामलो पर भारत और पाकिस्तान के बीच सीधे बातचीत का समर्थन करना जारी रखेगा।
पाकिस्तान ने शनिवार को भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अप[ने हवाई मार्ग से गुजरने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। भारत ने इस कदम की आलोचना की और इसे व्यर्थ एकतरफा कार्रवाई करार दी।
विदेश मंत्री ने कहा कि “हम पाकिस्तान की सरकार के वीवीआईपी विशेष उड़ान को मंज़ूरी न देने से फैसले से अफसोसजनक है जिसकी कोई भी समान्य देश अनुमति देता है। हम पाकिस्तान को इस तरीके के व्यर्थ एकतरफ़ा कार्रवाई को मानने की मांग करते हैं।”
पाकिस्तान ने बीते महीने से काफी बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया है। लाइन ऑफ़ कंट्रोल पर गोलीबारी से भारतीय सेना इसका कड़ा जवाब दे रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने शनिवार को कहा कि “आर्टिकल 370 के हटने से बहुसंख्य कश्मीरी खुश है। उन्होंने पाकिस्तान द्वारा दिए गए बयान कि पड़ोसी कश्मीर में शान्ति को भंग करने की कोशिश कर रहे है, का जवाब दिया था।”