ऑलराउंडर विजय शंकर जो धोनी के बहुत बड़े प्रशंसक है उन्होने थोड़े दिनो पहले यह दावा किया था कि अनुभवी विकेटकीपर ऐसे है जिनसे में ड्रेसिंग रूम में कुछ सीखने को मिलता है। शंकर ने हाल में खत्म हुई न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था और वह अभी भी विश्वकप की टीम का हिस्सा बनने के लिए कड़ा संघर्ष कर रहे है। न्यूजीलैंड के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज में सबसे बड़ी जीत दर्ज करने के बाद, शंकर ने बताया कि उन्हें धोनी से बहुत कुछ सीखने को मिला है।
शंकर भारत की तरफ से तीसरे टी-20 के दौरान सबसे अधिक 43 रन बनाने वाले खिलाड़ी थे, लेकिन फिर भी टीम को आखिरी टी-20 मैच में 4 रन से हार का सामना करना पड़ा था। उन्हे बल्लेबाजी क्रम में आगे बल्लेबाजी करने का मौका मिला था, जो उनके लिए एक आश्चर्यजनक कदम था, लेकिन उन्होने तीसरे नंबर में बल्लेबाजी करके भी किसी को नाराज नही किया और अपने बल्ले से एक अहम योगदान दिया। उन्होने एकदिवसीय सीरीज में कुछ ओवर गेंदबाजी भी की थी, जहां भारत ने सीरीज में 4-1 से कब्जा किया था, लेकिन शंकर को टी-20 सीरीज में गेंदबाजी करने का मौका नही मिला था।
शंकर, जिन्हें मध्य-क्रम में बैक-अप के रूप में इस्तेमाल किए जाने की संभावना है, अगर वह विश्व कप के लिए कट बनाते हैं, तो उन्होंने कहा कि वह खुद मास्टर – धोनी से फिनिशिंग कौशल सीखने पर ध्यान केंद्रित करंगे।
मंगलवार को पीटीआई से बात करते हुए शंकर ने कहा, ” मैं बहुत खुश था कि मेरे आसपास सीनियर्स खिलाड़ी थे। उन्हें देखकर मैंने अपने मैचो के लिए तैयारी की थी। अतिरिक्त, मैं रन चेज करते वक्त धोनी को देखकर बहुत कुछ सीख रहा हूं। मैंने बहुत कुछ सीखा कि किस तरह से एक पारी को गति दी जाती है, खासकर पीछा करने के दौरान। मुझे उनकी मानसिकता के बारे में पता चला है।”
शंकर को भारत की एकदिवसीय टीम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में जगह मिली थी। जब हार्दिक पांड्या को कॉफी विद करण चैट शो में मिहलाओ के ऊपर की गई विवादस्पद टिप्पणियों के लिए देश वापस बुला लिया गया था। हालांकि, पांड्या के ऊपर से बीसीसीआई ने तुरंत प्रभाव से बैन हटा दिया था और बड़ौदा का ऑलराउंडर खिलाड़ी न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी के तीन वनडे मैचो और टी-20 सीरीज के लिए टीम से जुड़ गया था।
पांड्या के टीम में वापस आने के बावजूद, शंकर टीम में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे औ उन्होने न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले 3 टी-20 मैचो में 84 रन बनाए, जो की रोहित शर्मा के बाद भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वालो खिलाड़ी थे। 28 साल के खिलाड़ी का कहना है कि यह महान अनुभव था क्योंकि मुझे इतने सीनियर खिलाड़ियो के साथ खेलने का मौका मिला, जिससे मैंने उनको देखकर कुछ ना कुछ सीखा।
शंकर ने कहा, “एमएस धोनी, रोहित शर्मा जैसे नामों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करना एक शानदार अनुभव था। टीम में वरिष्ठों को देखना और सीखना महत्वपूर्ण है,। 23 फरवरी से शुरू होने वाली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी टी-20 श्रृंखला के लिए उन्हें भारत की टीम में चुने जाने की संभावना है।