भारतीय क्रिकेट टीम ने हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप कर सीरीज पर कब्जा कर लिया हैं। रोहित शर्मा की अगुवाई में भारत ने सीरीज में 3-0 से कब्जा किया था।
एक प्रेस कांफ्रेंस के दोैरान रोहित शर्मा ने भारत के पूर्व कप्तान और महान विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी की टीम में ना होनें से टीम के लिये बहुत बड़ी कमी बताया। उनका कहना है कि उनका नहीं होना टीम के लिए और टीम के यंग और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए बहुत बड़ी बात हैं।
रोहित शर्मा का कहना है की धोनी निदहास ट्रोफी में भी टीम का हिस्सा नहीं थे, धोनी का टीम से बाहर करना टीम के लिए अच्छा नहीं हैं। जब वह टीम में होते है तो टीम को उन्हें देखकर एक अलग जोश आता हैं, यह सिर्फ मेरे लिये ही नहीं बल्कि टीम के यंग प्लेयर्स के लिए भी एक चिंता की बात हैं।
टीम के चीफ सिलेक्टर्स एम एस के प्रसाद के फैसले से धोनी को वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 खेलने का मौका नहीं मिला, और 21 तारीख से आॅस्टेलिया के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज मेंं भी उनका नाम नहींं हैं। धोनी को टीम में ना चुने जाने से विवाद में आए एम एस के प्रसाद ने इसमें अपनी बात साफ कर दी हैं।
चीफ सेलेक्टर एम एस के प्रसाद का कहना है ऋृषभ पंत को टी-20 टीम में बैट्समैन के रुप में लाया जा रहा हैं, धोनी अभी भी विकेटकीपर के रुप में पहली चॉइस हैं। अगर सीरीज में जरुरत पड़ी तो पंत विकेटकीपरींग भी कर सकते हैं।
उनका कहना है कि हमें नही पता कि हमारा कौनसा विकेटकीपर नंबर एक हैं। दूसरे विकेटकीपर चुनने के लिए हम दिनेश कार्तिक और अब ऋृषभ पंत को भी मौका दे रहें हैं। थोड़े समय और इनके परफॉर्मेंस के बाद हम इन दोनों में से किसी बेस्ट को चुनेंगे।