महेंद्र सिंह धोनी शुक्रवार को अपने घरेलू मैदान में आखिरी मैच खेलते हुए दिखाई दे सकते है और ऐसे में भारतीय टीम चाहेगी की उन्हे आखिरी मैच में जीत के साथ विदाई दी जाए।
रांची के बेटे के लिए सबसे अच्छा पुरस्कार यह होगा की टीम यहा मैच जीतकर सीरीज को 3-0 से अपने कब्जे में करे। अपने होम ग्राउंड में धोनी आखिरी बार भारत की नीली जर्सी में नजर आ सकते है।
अब धोनी के लिए वह समय आ गया है जब भी वह भारत के किसी मैदान में खेलने जाएंगे तो वह उनके लिए भारतीय टीम की जर्सी में आखिरी मैचो होगा।
इसने सचिन तेंदुलकर की 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कई टेस्ट श्रृंखलाओं को याद दिलाया, जब स्टैंड से चीयर प्रत्येक पासिंग मैच के साथ बढ़ेगा।
इस सीरीज़ में हर मैदान पर कुछ ऐसा ही होता रहेगा, प्रशंसकों को शायद यह एहसास होने लगा है कि भारत के घर में धोनी अब अगली घरेलू सीरीज खेलने में शामिल नही होंगे।
भावनात्मक पक्ष की कहानी के बीच, भारतीय टीम इस समय कुछ बल्लेबाजो के प्रदर्शन से भी परेशान है, जिसमें सबसे पहला नाम शिखर धवन का आता है। उनकी वजह से पिछले कुछ मैचो से भारत को एक अच्छी शुरूआत नही मिल पा रही है।
धवन ने अपनी पिछली 15 इनिंगो में केवल दो अर्धशतक जड़े है जो कि विश्व कप से पहले भारतीय टीम के लिए एक अच्छी खबर नही है। लेकिन विशेषज्ञ का माना है कि वह अब तक बड़े शोपीस इवेंट में रन करते आए है और वह आगे भी ऐसा दोहराएंगे।
केएल राहुल जो इस समय फॉर्म में है, उन्हे तब तक इंतजार करना होगा जब तक भारतीय टीम सीरीज में कब्जा नही कर पाती, लेकिन टीम प्रबंधन के पास इस समय उनको नंबर 3 पर टेस्ट करने का अच्छा मौका है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा वनडे मैच 8 मार्च को रांची में खेला जाएगा।