राजनीति और धर्म का रास्ता कहीं हद तक साथ चलता है। भारत को हर मोड़ पर राजनीति के फायदे के लिए हिंदू और मुस्लिम में बांटा जाता ही है। असल में हिंदू मुस्लिम में इतनी कड़वाहट नहीं है जितनी राजनीति की नजरों से दिखाई जाती है। धर्म की राजनीति से न जाने कितने ही लोगों के घर पल रहे हैं।
हाल ही में हो रहे बंगाल में विधानसभा चुनाव के बीच ऐसी ही एक छवि सामने आई है। बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने अपनी एक रैली में साफ साफ शब्दों में यह कहा कि हर मुस्लिम भाइयों को साथ होकर तृणमूल कांग्रेस को वोट देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पूरा पूरा प्रयास करें कि मुस्लिमों का मतदान तृणमूल कांग्रेस को ही जाएं। साथ ही साथ ममता बनर्जी ने भाजपा कार्यकर्ताओं के चुनाव यह बयान दिया जबरन मतदान केंद्रों को कब्जे में ले रहे हैं और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर हमला भी कर रहे हैं। यह बयान तृणमूल कांग्रेस की आरामबाग से उम्मीदवार सुजाता मंडल पर हुए गए भाजपा कार्यकर्ताओं के हमले के बाद आया है।
तृणमूल कांग्रेस ने इस का एक वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया की बेहद ही भयावन दृश्य भाजपा के गुंडे तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार सुजाता मंडल पर खुलेआम गालियों का इस्तेमाल कर रहे हैं और उन्हें मारने की भी धमकियां दे रहे हैं। यह है इनका बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ आंदोलन।
लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पीछे हटने वालों में से नहीं है उन्होंने भी दीदी के बयान का कड़ा जवाब दिया है। उन्होंने कटाक्ष में यह कहा की दीदी इसका मतलब यह है कि आप जानती हैं कि मुस्लिम वोट बैंक जिसे आप अपनी ताकत मानती हैं वह भी आपके हाथों से फिसल रहा है। “दीदी आपका गुस्सा बता रहा है कि आप यह चुनाव हार गए हैं” – प्रधानमंत्री, अपने कूच बेहार वाली रैली में। यह भी कहा कि भाजपा की सरकार पश्चिम बंगाल में अपनी सरकार बनाएगी। मुस्लिम वोट बैंक वाली बात के लिए उन्होंने यह कहां की दीदी ने मुस्लिमों को उनके लिए मतदान करने करने के लिए कहां है और अगर हम यह चीज हिंदुओं के लिए कहते कि सारे हिंदू एक साथ हो जाओ और भाजपा की सरकार बनाने में सहायता करो, तो अभी तक निर्वाचन आयोग भाजपा को 8-10 नोटिस भेज चुका होता। नरेंद्र मोदी की हावड़ा में हुई गई रैली में भी उन्होंने दीदी पर जमकर निशाना साधा।
“दीदी औ दीदी बंगाल के लोगों ने आप पर भरोसा किया और आपने उनके भरोसे का गलत फायदा उठाया और उनका दिलों को ठेस पहुंचाई” – प्रधानमंत्री मोदी ।