पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा ने 2019 में प्रधानमंत्री पद के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी की दावेदारी का समर्थन किया है।
जनता दल (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेगौड़ा का ये बयान कांग्रेस का मनोबल ऊँचा करने वाला है।
गौरतलब है कि 2019 में नरेंद्र मोदी के खिलाफ महागठबंधन की हिमायती कई विपक्षी पार्टियां प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल की दावेदारी के सवाल पर कल्टी मार जाती है।
देवेगौड़ा ने आज बेल्लारी में कहा कि राहुल गाँधी प्रधानमंत्री पद के लिए विपक्ष की तरफ से सबसे योग्य उम्मीदवार हैं। देवेगौड़ा यहाँ बेल्लारी में 3 नवम्बर को होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के लिए प्रचार करने आये थे।
देवेगौड़ा ने कर्नाटक में कांग्रेस और JD(S) गठबंधन को 2019 में मोदी को हराने के लिए पहला फेज बताया। विरोधी से साझीदार बने कांग्रेस और JD(S) का मानना है कि आने वाले 3 लोकसभा और 2 विधानसभा उपचुनाव के नतीजे मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के नतीजों पर असर डालेंगे।
गठबंधन में असंतोष की खबरों के मद्देनजर कांग्रेस और JD(S) ने मतभेदों को भुलाकर उपचुनाव साथ लड़ने का निर्णय लिया है। खबर आ रही थी कि दोनों पार्टियों के कुछ नेता और कार्यकर्ता भाजपा के संपर्क में हैं उसके दोनों पार्टियों ने साथ आने का फैसला किया।
देवेगौड़ा ने इस साथ को सिर्फ एक चुनावी साथ न कह कर इसे साम्प्रादायिक ताकतों के खिलाफ एक सेक्युलर साथ बताया।
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस से अलग लड़ने के मायावती के फैसले ने कांग्रेस के मोदी के खिलाफ महागठबंधन की कोशिशों को एक झटका दिया था लेकिन अब देवेगौड़ा के बयान से उसे कुछ राहत मिल सकती है।
कर्नाटक में भाजपा को सरकार बनाने से रोकने के लिए बड़ी पार्टी होने के बावजूद कांग्रेस ने JD(S) के लिए मुख्यमंत्री पद का त्याग कर दिया था।
गठबंधन में होने के बावजूद अक्सर दोनों पार्टियों में तनातनी की खबरें आती रहती है। उपचुनाव साथ में लड़कर अलगाव की अटकलों पर विराम लगाने की कोशिश की है दोनों पार्टियों ने।