नागपुर के वीसीए स्टेडियम में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा वनडे ने एक रोमांचक रूप लिया था, जहा भारत की टीम ने मैच 8 रन से जीता था। जिससे पांच मैचो की सीरीज में अब मेजबान टीम 2-0 से बढ़त बनाए हुए है। हालांकि, विराट कोहली के लिए यह बहुत मुश्किल नही था, जिन्हें पारी के बाद के अंत में निर्णायक कदम उठाना पड़ा।
मार्कस स्टोइनिस इस मैच आखिरी तक टिके रहे और विराट कोहली ने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी को 50वें ओवर से पहले गेंदबाजी देना सही समझा, जिसके बाद लग ही रहा था कि कोहली आखिरी में विजय शंकर या केदार जाधव में से किसी एक को गेंद सौपेंगे। शंकर को आखिरी ओवर में 11 रम बचाने थे, लेकिन उन्होने शानदार गेंदबाजी करते हुए मार्कस स्टोइनिस और एडम जाम्पा को तीन गेंदो में ही चलता कर दिया। जिसके बाद कप्तान ने उस रणनीति के बारे में बताया जो उन्होने रोहित शर्मा और एमएस धोनी के साथ साझा की थी।
कोहली ने मैच के बाद की प्रस्तुति में कहा, “मैं 46 वें ओवर के बारे में सोच रहा था (केदार / शंकर के साथ जाने के लिए)। मैं उन दोनों रोहित शर्मा और एमएस धोनी के साथ बात कर रहा था। लेकिन उन्होने कहा अगर वे (बुमराह और शमी) के साथ जाते है तो वह विकेट ले सकते हैं, तो हम खेल में सही रहेंगे और ठीक यही हुआ।”
युवा ऑलराउंडर विजय शंकर काफी दबाव में थे, उन्हें 11 रनों का बचाव करना पड़ा और उन्होंने अपने स्वभाव को बनाए रखते हुए भारत के लिए खेल जीता।
कप्तान ने आगे कहा, “वह (शंकर) उन्होने गेंद को सही क्षेत्रो में डाला। उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से शानदार प्रदर्शन किया; उसके लिए एक अच्छा खेल है। दोनों अनुभवी हैं, उन्हें बोलना हमेशा अच्छा लगता है। रोहित उप-कप्तान हैं और एमएस लंबे समय से हैं। ये लोग खेल को बहुत उत्सुकता से देखते हैं। मेरे पास गेंदबाजो के लिए भी शब्द भी, हमेशा सभी एक ही पेज पर रहते है।”