गणतंत्र दिवस के दौरान हुई हिंसा के मुख्य आरोपियों में शामिल दीप सिद्धू का बयान सामने आया है। दीप सिद्धू पर किसानों को भड़काने का आरोप है। लेकिन आरोपी दीप सिद्धू ने अब किसान नेताओं पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। दीप सिद्धू ने किसान नेताओं को धमकी दी है की यदि उन्होंने परतें खोलने शुरू कर दी, तो किसान नेताओं को दिल्ली से भागने का रास्ता नहीं मिलेगा।
ऐसा माना जा रहा है कि दीप सिद्धू भाजपा सांसद सनी देओल के करीबी रह चुके हैं और उनसे पहले से संपर्क में भी थे। लेकिन भाजपा इस संभावना से पूरी तरह पल्ला झाड़ चुकी है। दीप सिद्धू किसानों की तरफ से आंदोलन में थे और ट्रैक्टर रैली के दौरान उन्होंने भड़काऊ भाषण भी पोस्ट किए थे। मीडिया में जब खबरें चली के दीप सिद्धू आंदोलन स्थल छोड़कर भाग गए हैं तो इसके बाद दीप सामने आए हैं और उन्होंने एक वीडियो जारी करके कहा है कि वे सिंघु बॉर्डर पर ही हैं।
उन्होंनेअपने आप को बेगुनाह बताया है। उन्होंने साथ ही किसान नेताओं पर हमला भी बोला है। उन्होंने कहा है कि यदि किसान नेताओं ने उन्हें गद्दारी का सर्टिफिकेट दिया तो वे भी किसान नेताओं की परतें खोलना शुरू कर देंगे। उन्होंने खुद को बेगुनाह बताने के साथ ही यह भी कहा कि जो लोग गलत रूट पर गए उनके साथ किसी का नेतृत्व नहीं था और वे अपनी इच्छा से ही लाल किले पर चले गए। उन्होंने यह कहा कि जब तक वे लाल किले तक पहुंचते, उससे पहले ही लाल किले के अंदर तोड़फोड़ शुरू हो चुकी थी। कुल मिला कर दीप सिद्धू ने खुद को बेगुनाह बताने की हर दलील रख दी है। साथ ही उनके बयानों से लग रहा है कि किसान आंदोलन में शामिल नेताओं कि दाल में कुछ ना कुछ काला जरूर है।