ऐसा कभी-कभी होता है क्रिकेट फिल्ड में कैप्टन कूल कहे जाने वाले एमएस धोनी गुस्से में दिखते है। शनिवार को एमए चिदंबरम स्टेडियम, चेन्नई में अपनी टीम के तेज गेंदबाज दीपक चाहर से कैप्टन कूल थोड़े परेशान दिखाई दिये।
इसका कारण यह था कि शनिवार को किंग्स इलेवन पंंजाब के खिलाफ खेले गए मैच में दीपक चाहर ने अहम समय में दो नो बॉल गेंद फेंक दी थी।
जब किंग्स इलेवन पंजाब की टीम को 12 गेंदो में 39 रन की जरूरत थी तो धोनी ने 19वें ओवर में दीपक चाहर को गेंद थमाई। चाहर ने अपने ओवर की पहली गेंद ही सरफराज खान को उनके शरीर से ऊपर फेंक दी जो उन्होने चौके पर मार दी।
MS Dhoni schooling Deepak Chahar for his back to back no balls #CSKvKXIP #IPL2019 pic.twitter.com/iRhGQ62gib
— Deepak Verma (@dpakwa) April 6, 2019
उसके बाद उनकी इस सिर से ऊपर जाती गेंद को अंपायर ने नौ बॉल करार दिया और चाहर ने यही गलती दोबारा दोहराई। वह अगली गेंद को स्लो गेंद फेंकना चाहते थे लेकिन वह एक बार फिर उनके शरीर के ऊपर के हिस्से में गेंद फेंक बैठे जिससे अंपायर ने दोबारा नौ बॉल करार दे दिया।
उनकी गलतियो से टीम मैच में फोकस खो रही थी, जिसके बाद धोनी उनके पास भागते हुए आए और उन्होने चाहर से गुस्से में बात की।
जैसा कि क्रिकेट की दुनिया आश्चर्यचकित थी कि भारत के पूर्व कप्तान ने चाहर के लिए क्या कहा था, एक बात जो बिल्कुल स्पष्ट थी, वह यह थी कि कड़ी बात ने चाहर को फिर से पटरी पर ला दिया था। औऱ उन्होने अपनी अगली दो गेंद यॉर्कर लेंथ फेंकी और उसकी अगली गेंद में डेविड मिलर को आउट कर दिया।
टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ एक विशेष बाचचीत में दीपक चाहर ने बताया कि वास्तव में हुआ क्या था।
चाहर ने टाइम्स ऑफ इंडिया को कहा, ” धोनी भाई मुझसे गुस्सा थे। यह एक गलती थी जो मैंने की थी। उन्होने मुझे बहुत सी बाते कही। ईमानदारी से उसके बाद मैंने सोचा की अगली गेंद कैसे करवानी है।”
आखिरी ओवर में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम को 26 रन की जरूरत थी लेकिन स्कॉट कुग्गेलेइजन ने आखिरी ओवर में केवल 3 रन दिए जिसकी बदौलत चेन्नई की टीम 22 रन से मैच जीतने में कामयाब रही।
चाहर ने कहा, ” मैच के बाद हर कोई खिलाड़ी मेरे पास आय़ा और उन्होने मुझे बधाई दी और कहा कि मैंने डेथ ओवर्स में अच्छी गेंदबाजी की।”
“धोनी भाई भी मेरे पास आए थे… वह थोड़ा मुस्करायें औऱ फिर उन्होने मुझे गले लगाया। उन्होने कहा, तुमने अच्छा किया। मैं जानता था कि मैंने दो नौ गेंद फेंकी है लेकिन उसके बाद तत्काल रूप से मैंने जल्द वापसी की। वह (धोनी) मुझे टूर्नामेंट में हमेशा अच्छा करने का बढ़ावा देते है। मैं खुश हूं कि मैंने अपनी टीम के लिए जीत में योगदान दिया।”