गुरूवार को कंपनी द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार भारती एयरटेल ने दिसम्बर 2018 में कुल 5.7 उपभोक्ता खोये। इसका मुख्य कारण जिओ की आकर्षक योजनाएं और एयरटेल की न्यूनतम रिचार्ज स्कीम को माना जा रहा है।
क्या हैं कारण :
एयरटेल द्वारा इतनी बड़ी संख्या में उपभोक्ता खोने का कारण केवल जिओ को नहीं माना जा रहा। हालांकि जिओ का इसमें एक महत्वपूर्ण योगदान है लेकिन इतनी बड़ी संख्या में उपभोक्ता खोना इसकी न्यूनतम रिचार्ज प्लान लागू करना भी है।
इस प्लान के अंतर्गत एक उपभोक्ता को हर महीने न्यूनतम 35 रूपए का रिचार्ज कराना होगा अन्यथा वह इन्कोमिंग सेवा भी प्रयोग नहीं कर पायेगा। यह देखा जा सकता है की जिओ में ऐसी कोई योजना नहीं है जिससे ज्यादा से ज्यादा उपभोक्ता जिओ चुन रहे हैं।
TRAI द्वारा जारी आंकड़े :
टेलिकॉम रेगुलेटर TRAI द्वारा हाल ही जारी एक रिपोर्ट में कहा गया था की नवम्बर 2018 तक एयरटेल के भारत में कुल 34.1 करोड़ उपभोक्ता थे। इसके बाद जैसा की ऊपर बताया गया है की दिसम्बर में एयरटेल ने 5.7 करोड़ उपभोक्ता खो दिए। इससे यह साफ़ है की अब एयरटेल के पास अनुमानित 28.42 करोड़ उपभोक्ता ही बचे हैं।
यदि हम जिओ के उपभोक्ताओं के आंकड़े देखें तो दिसम्बर की समाप्ति तक जिओ ने रिपोर्ट में बताया था की इसके 28 करोड़ उपभोक्ता हो गए हैं जिससे हम यह अनुमान लगा सकते हैं की जिओ जल्द ही एयरटेल को पीछे छोड़कर भारत का सबसे बड़ा टेलिकॉम प्रदाता बन जाएगा।
एयरटेल के Q3 प्रॉफिट में 72% गिरावट :
गुरूवार को भारती एयरटेल ने तीसरी तिमाही के अपने लाभ और आय के आंकड़े जारी किये। जारी आंकड़ों के अनुसार एयरटेल को अक्टूबर से दिसम्बर की तिमाही में कुल 86 करोड़ का लाभ हुआ जोकि पिछली तिमाही से कुल 72% कम हो गया है।
अपने लाभ के आंकड़ों के अलावा एयरटेल ने आय के आंकड़े भी जारी किये। एयरटेल ने रिपोर्ट में बताया की इसे तीसरी तिमाही में कुल 86 करोड़ का लाभ हुआ और इसके साथ इसकी कुल आय 20,519 करोड़ रही। यदि इस आय की पिछली साल की तीसरी तिमाही से तुलना करें तो यह उस समय की आय से केवल 1 प्रतिशत ही ज्यादा है जोकि एयरटेल के लिए एक चिंता का विषय है।