Tue. Nov 5th, 2024
    dc vs srh

    विशाखापट्टनम, 8 मई (आईएएनएस)| सनराइजर्स हैदराबाद की टीम आज इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें संस्करण के एलिमिनेटर मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स से भिड़ेगी।

    एलिमिनेटर जीतने वाली टीम हालांकि सीधे फाइनल में नहीं पहुंचेगी। खिताबी मुकाबले में जाने के लिए उसे क्वालीफायर-2 में पहले क्वालीफायर में हारने वाली टीम के खिलाफ जीत हासिल करनी होगी।

    दिल्ली का इस सीजन का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है। अपनी ख्याति की काया पलट कर दिल्ली ने अपने आप को खिताबी रेस में बनाए रखा और अब वह पहली बार फाइनल में जाने से सिर्फ दो कदम दूर है। इसमें पहली रुकावट हैदराबाद है जो बीते वर्षो में लगातार दमदार खेल से खिताब की दावेदार के रूप में देखी जाती रही है।

    दिल्ली के लिए अधिकतर खिलाड़ियों का प्लेऑफ में खेलने का अनुभव नहीं है, ऐसे में बड़े मैच में दबाव से दिल्ली को पहले निपटना होगा।

    टीम की सबसे अच्छी बात यह रही है कि टीम संतुलित है। बल्लेबाजी और गेंदबाजी के अलावा फील्डिंग में टीम ने अच्छा किया है। दिल्ली के लिए सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने निरंतरता दिखाते हुए खूब रन बटोरे हैं। धवन ऐसे खिलाड़ी हैं जो हैदराबाद के खिलाफ खिताब जीत चुके हैं। बड़े मैचों में उनका अनुभव और मौजूदा फॉर्म दिल्ली को मजबूत करेगी।

    युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ और ऋषभ पंत टुकड़ों में अच्छा कर रहे हैं। वहीं कप्तान श्रेयस अय्यर का बल्ला भी लगातार रन कर रहा है। इन सभी ने दिल्ली की बल्लेबाजी को मजबूत बनाया है तो वहीं कोलिन इनग्राम, क्रिस मौरिस और शेरफाने रदरफोर्ड ने अंतिम ओवरों में कई मौकों पर टीम को तेजी से रन बनाकर दिए हैं।

    हां, गेंदबाजी में कागिसो रबाडा का जाना दिल्ली के लिए बुरी खबर रही है। अपने आखिरी लीग मैचों में दिल्ली रबाडा के बिना उतरी थी। टीम के कोच रिकी पोंटिंग ने कहा था कि ट्रेंट बाउल्ट में रबाडा की कमी पूरी करने की काबिलियत है, लेकिन परेशानी यह है कि बाउल्ट शुरूआती ओवरों में कारगार साबित होते हैं लेकिन अंतिम ओवरों में वह कई बार राह भटक जाते हैं। दिल्ली के पास ईशांत शर्मा जैसा अनुभवी गेंदबाज भी है।

    स्पिन में अमित मिश्रा ने बेहतरीन किया है और दूसरे छोर पर संदीम लामिछाने उनका अच्छा साथ देने की काबिलियत रखते हैं।

    मुश्किलें हैदराबाद के सामने भी कम नहीं हैं। जॉनी बेयरस्टो और डेविड वार्नर की सालमी जोड़ी के जाने के बाद उसकी बल्लेबाजी कमजोर हुई है, इसमें कोई दो राय नहीं है। रिद्धिमान साहा और मार्टिन गुप्टिल की नई जोड़ी ने कुछ हद तक इन दोनों की भरपाई करने की कोशिश की लेकिन इस लीग में ज्यादा मैच न खेलने की कमी बड़े मैच में दिक्कत दे सकती है।

    कप्तान केन विलियम्सन और मनीष पांडे ने लीग के दूसरे हाफ में अपनी बल्लेबाजी का जौहर दिखाया है और मध्यक्रम में अगर यह दोनों चलते हैं तो पूर्व विजेता के लिए काफी चीजें आसान हो सकती हैं, लेकिन अगर विफल रहे तो नैया भी डूब सकती है।

    गेंदबाजी में हैदराबाद के पास अच्छा संयोजन है। भुवनेश्वर कुमार बेशक इस सीजन में निरंतर नहीं रहे हैं लेकिन उनकी काबिलियत किसी भी टीम को उन्हें हल्के में लेने की मंजूरी नहीं देती है। खलील अहमद ने बीते कुछ मैचों में दमदार प्रदर्शन किया है।

    वहीं राशिद खान के रूप में हैदराबाद के पास मजबूत गेंदबाज है और दूसरे छोर पर उनका साथ देने के लिए उन्हीं के हमवतन मोहम्मद नबी हैं।

    यह मैच शाम 7.30 बजे से खेला जाएगा।

    दिल्ली : श्रेयस अय्यर (कप्तान), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), पृथ्वी शॉ, अमित मिश्रा, अवेश खान, राहुल तेवतिया, जयंत यादव, कॉलिन मुनरो, क्रिस मौरिस, संदीप लामिछाने, ट्रेंट बाउल्ट, शिखर धवन, हनुमा विहारी, अक्षर पटेल, ईशांत शर्मा, अंकुश बैंस, नाथू सिंह, कोलिन इंग्राम, शेरफेन रदरफोर्ड।

    हैदराबाद : केन विलियम्सन (कप्तान) भुवनेश्वर कुमार, अभिषेक शर्मा, खलील अहमद, रिकी भुई, बासिल थम्पी, श्रीवत्स गोस्वामी, मार्टिन गुप्टिल, दीपक हुड्डा, सिद्धार्थ कौल, मोहम्मद नबी, शहबाज नदीम, टी. नटराजन, मनीष पांडे, यूसुफ पठान, राशिद खान, रिद्धिमान साहा, संदीप शर्मा, विजय शंकर और बिली स्टानलेक।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *