भारत निर्वाचन आयोग सोमवार को अपराह्न साढ़े तीन बजे दिल्ली विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा करेगा। दिल्ली में वर्ष 2015 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से 67 पर जीत दर्ज कर राजधानी दिल्ली में सरकार का गठन किया था।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 एकल चरण में संपन्न होने की आशंका जताई जा रही है। विधानसभा का कार्यकाल 22 फरवरी, 2020 को समाप्त हो रहा है।
एक ईसीआई अधिकारी, ने बताया कि, “दिल्ली चुनाव 7 और 14 फरवरी के बीच किसी भी दिन आयोजित किया जा सकता है। इन्हें 15 फरवरी से पहले आयोजित किया जाएगा क्योंकि सीबीएसई [केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड] की कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाएं उसी दिन शुरू होंगी। चुनावों के दौरान, स्कूलों का उपयोग मतदान केंद्र के तौर पर किया जाता है।
नवंबर में प्रकाशित अंतिम ड्राफ्ट रोल के अनुसार दिल्ली में 14.5 मिलियन मतदाता होंगे। जो कम से कम 13,000 मतदान केंद्रों में अपना वोट डालेंगे। दिल्ली में तीन दलों – सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस के बीच विधानसभा चुनावों में कड़ी टक्कर होगी।
आप की दिल्ली इकाई के संयोजक गोपाल राय ने कहा है, “हम चुनाव के लिए तैयार हैं … हमारा अभियान मई में लोकसभा परिणाम के हफ्तों बाद शुरू हो गया था।”
पिछले चुनावों में सिर्फ तीन सीटें जीतने वाली भाजपा ने कहा कि वह जल्द ही डोर-टू-डोर अभियान शुरू करेगी। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव तरुण चुग ने कहा, “अभियान में, हम जनता को आप सरकार की विफलताओं के बारे में बताएंगे और केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली के लोगों के लिए किए गए कल्याणकारी कार्यों को उजागर करेंगे।”
2015 चुनाव में दिल्ली विधानसभा में अपना खाता खोलने में असफल रही कांग्रेस ने कहा कि पार्टी जनसभाओं के जरिए मतदाताओं तक पहुंच रही है। कांग्रेस की दिल्ली इकाई के प्रमुख, सुभाष चोपड़ा ने कहा, “हमारा अभियान अतीत में पार्टी द्वारा किए गए कार्यों और भविष्य में हम क्या करने का इरादा रखते हैं, पर ध्यान केंद्रित करेगा ।”