नई दिल्ली, 28 अप्रैल (आईएएनएस)| पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद प्रवेश वर्मा जीत को लेकर आश्वस्त हैं और उनके लिए मतदान एक ‘प्रक्रिया’ मात्र है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे का मानना है कि छठे चरण के 12 मई को होने वाले मतदान में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के प्रत्याशी उन्हें किसी प्रकार की चुनौती नहीं दे रहे हैं।
इस सीट पर उनका मुकाबला आम आदमी पार्टी (आप) के बलबीर सिंह जाखड़ और पूर्व लोकसभा सांसद कांग्रेस के महाबल मिश्रा के साथ है।
वर्मा ने आईएएनएस से कहा, “मुझे नहीं लगता कांग्रेस और आप मेरे लिए कोई चुनौती है। जहां तक मैंने अपने चुनाव प्रचार में देखा है, लोग 2014 के मुकाबले इस बार मुझे ज्यादा समर्थन दे रहे हैं। मतदान बस एक प्रक्रिया भर है।”
42 वर्षीय वर्मा को भरोसा है कि इस बार उन्हें पिछली बार के मुकाबले ज्यादा वोट मिलेंगे।
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी आप के जरनैल सिंह और महाबल मिश्रा को 2,68,586 मतों के अंतर से हराया था।
यह पूछे जाने पर कि अगर आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो जाता, तब क्या वे आपको चुनौती दे पाते, वर्मा ने कहा कि वह चाहते थे कि दोनों दलों में गठबंधन हो जाए, ताकि लोगों को उनके ‘झूठ और गलत इरादों’ का पता चले।
वर्मा ने कहा, “भाजपा के लिए यह बात कोई मायने नहीं रखती कि आप और कांग्रेस साथ में लड़े या अलग-अलग। चुनाव एक प्रक्रिया है। दोनों ही सूरत में भाजपा ही जीतेगी।”
उन्होंने दावा किया कि मतदाताओं को भी इस बात का पता है कि भाजपा के अलावा कोई और केंद्र में सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है।
भाजपा नेता के अनुसार, “मतदाता जानते हैं कि (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी के अलावा कोई और विकल्प नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “विपक्ष के लोग धोखेबाज और भ्रष्ट हैं। उनका विकास से कोई लेनादेना नहीं है। उनका साथ में आने का मकसद केवल मोदी जी को रोकना है, जो उन्हें रुपये नहीं कमाने दे रहे हैं। मोदी जी का मकसद केवल भ्रष्टाचार मिटाना और भारत को सुपरपावर बनाना है।”
उन्होंने कहा कि यह चुनाव प्रधानमंत्री को चुनने के लिए है। मतदाता दोनों पहलुओं पर सोच रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री चुनना सांसद चुनने से ज्यादा बड़ा मुद्दा है।