दिल्ली में कल हुए घटनाक्रम के बाद पुलिस वालों के परिवारों का गुस्सा फूट पड़ा है। दिल्ली में कल हुई किसानों पुलिस के बीच की मुठभेड़ में 230 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। बहुत से पुलिस कर्मियों को गंभीर चोटें आईं हैं। पुलिस कर्मियों के परिवारों ने अब तय किया है कि वे अब अपना विरोध दर्ज कराएँगे। पुलिस वालों के परिवार अब किसानों के खिलाफ धरना देने की तैयारी करने वाले हैं।
इस धरने में दिल्ली पुलिस के वर्तमान और रिटायर्ड कर्मी भी शामिल होंगे, साथ ही उनके परिवारों को भी इसमें शामिल किया जाएगा। इसमें अन्य पुलिस कर्मियों को जुड़ने का भी अनुरोध किया गया है। यह धरना शहीद पार्क में किया जाने वाला है। शुरुआत में इस धरने में 1500 लोगों के शामिल होने के आसार हैं। परिवारों का कहना है कि वे किसानों के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले हैं। साथ ही जो भी किसान या आंदोलनकारी दोषी पाए गए हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी धरने का उद्देश्य होगी।
गणतंत्र दिवस के दिन किसान आंदोलन की आढ़ में बहुत से पुलिस वालों के साथ बर्बरता हुई। पुलिस ने सुरक्षा को चाक चौबंद रखकर अपना धर्म निभाया, लेकिन आंदोलनकारियों ने पुलिस को चारों तरफ से घेर घेर कर उन पर हमला किया। पुलिस वालों को गंभीर चोटें आई हैं, इसके विरोध में उनके परिवार वालों ने धरना देने का फैसला किया है।
दिल्ली में लगातार 60 दिनों से किसानों का प्रदर्शन जारी है। किसान आंदोलन के चलते पहले ही दिल्ली को काफी नुकसान हो चुका है। ऐसे में यदि पुलिस वालों के परिवार भी धरना देते हैं तो दिल्ली में व्यवस्था बिगड़ने का खतरा हो सकता है। सरकार को चाहिए कि जल्दी ही इस मसले का कोई हल निकाले वरना इसका ख़ामियाज़ा दिल्ली को भुगतना पड़ सकता है। पुलिस वालों के परिजनों की आवाज सुनी जानी चाहिए और जल्दी ही दोषियों को सजा दी जानी चाहिए।